Amendments In CNT ACT

सीएनटी एक्ट में संशोधन | Amendmants In CNT Act

CNT Act में संशोधन Amendments In CNT ACT सीएनटी एक्ट में अभी तक कुल 26 संशोधन किए जा चुके हैं। इसमें प्रथम संशोधन 1920 ई में तथा अंतिम संशोधन 1995 ई में किया गया था। 2016 में सीएनटी एक्ट में कुछ प्रस्तावित संशोधन विधेयक को प्रस्तुत किया गया था जिसमें धारा 21, 49A, 49B और […]

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Amendments In CNT ACT

झारखंड में भूमि संबंधी कानून एवं भूमि सुधार | Land related laws and land reforms in Jharkhand

Jharkhand Land Reform झारखंड में भूमि सुधार Jharkhand Land Law 1764 में बक्सर के युद्ध के बाद 1765 में इलाहाबाद की संधि होती है जिससे अन्तर्गत बंगाल, बिहार, उड़ीसा की दीवानी कंपनी सरकार के हाथों में चली लग हैं ( इसी क्षेत्र के अंतर्गत झारखंड भी आता था), जिससे इस क्षेत्र में भूमि संबंधी कानूनों […]

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सरदारी विद्रोह Sardari Movement

सरदारी विद्रोह के कारण और परिणाम | Sardari Movement Reason & Outcome

सरदारी विद्रोह Sardari Movement परिचय – सरदारी आंदोलन को मातृभूमि की लड़ाई (मुल्की लड़ाई) तथा जमीन की लड़ाई (मिल्की लड़ाई) भी कहा जाता है। हो विद्रोह तथा कोल विद्रोह के दौरान उत्पीड़न के कारण छोटानागपुर से बहुत से आदिवासियों ने असम के चाय बागानों की तरफ पलायन कर लिया था तथा वहीं बस गए थे। […]

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contribution-of-christian-missionaries in education

झारखंड में शिक्षा के क्षेत्र में मिशनरियों का योगदान | Contribution Of Christian Missionaries in Education In Jharkhand

शिक्षा के क्षेत्र में मिशनरियों का योगदान Contribution Of Christian Missionaries झारखंड राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में मिशनरियों का व्यापक योगदान रहा है। इनके द्वारा कई शिक्षक प्रशिक्षण स्कूल, प्राथमिक स्कूल, माध्यमिक स्कूल ,उच्च शिक्षा, व्यवसायीक स्कूल एवं तकनीकी शिक्षा स्कूल,सामान्य शिक्षा, विकलांगों की शिक्षा से संबंधित संस्थाओं का संचालन किया जा रहा है। […]

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झारखंड के मजदूर आंदोलन

झारखंड के मजदूर संगठन |Labour Unions Of Jharkhand

Labour Unions Of Jharkhand झारखंड के मजदुर संगठन जमशेदपुर लेबर एसोसिएशन भारत का पहला मजदूर संघ जमशेदपुर लेबर एसोसिएशन है, जिसकी स्थापना 5 मार्च 1920 ई में किया गया था। इस एसोसिएशन की स्थापना मजदूर नेता व्यंकेश चक्रवर्ती तथा कोलकाता के बैरिस्टर एस एन हलधर के द्वारा किया गया था। स्थापना के समय टाटा ग्रुप […]

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पलामू के चेरो वंश | Chero Dynasty Of Palamu

पलामू के चेरो राजवंश Chero Dynasty Of Palamu परिचय – उत्तरी भारत में पाल वंश के पतन के बाद चेरो वंश का उदय हुआ। इसका शासनकाल 12वीं सदी से 19वीं सदी के मध्य था। इनका शासन उत्तर प्रदेश, बिहार, उड़ीसा और छत्तीसगढ़ राज्य में विस्तृत था। इसकी प्रथम राजधानी बिहियां (भोजपुर) थी जो बाद में […]

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Paharia Revolt Detailed Study | पहाड़िया विद्रोह विस्तृत अध्धयन

पहाड़िया विद्रोह Paharia Revolt विभिन्न कारणों से झारखंड में पहाड़िया विद्रोह चार चरणों में हुआ। 1772, 1778, 1779 एवं 1781-82 पहला चरण – पहाड़िया विद्रोह का पहला चरण 1772 ई में हुआ। इस विद्रोह का मुख्य कारण भीषण अकाल था। वर्ष 1770 से चले आ रहे भीषण अकाल के वजह से पहाड़िया आदिवासियों को विद्रोही […]

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केझारखंड के जमीन के प्रकार | Types Of Land In Jharkhand

झारखंड में जमीन के प्रकार कोड़कर भूमि – सदान या गैर आदिवासियों की भूमि को झारखंड में कोड़कर भूमि कहा जाता है। राजहंस भूमि – यह जमीन राजाओं की जमीन थी तथा इसके अंतर्गत वह जमीन आते हैं, जो राजाओं द्वारा दान में दी गई या वितरित की गई थी। खुटकट्टी भूमि – मुंडा आदिवासियों […]

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