SARAT CHANDRA ROY BIOGRAPHY | शरत चंद्र रॉय की जीवनी

SARAT CHANDRA ROY Sharat Chandra Roy Biography 🟥Born – 4 November 1871 in Karapara, Bengal Presidency, British India. 🟥Died – 30 April 1942 in Ranchi, Bihar Province, British India. 🟥Occupation – Lawyer, Ethnographer, Cultural Anthropologist, Lecturer, Reader. EARLY LIFE Born on 4 November 1871 to Purna Chandra Roy, a member of the Bengal Judicial Service, […]

Continue Reading
Mundari Literature

Mundari Language Literature | मुंडारी भाषा साहित्य l मुंडारी के प्रसिद्ध पुस्तकें lFamous Books In Mundari Language |

Mundari Literature परिचय Mundari Language Introduction – मुंडा भाषा की लिपि मुंडावाणी है, इसमें कुल 35 वर्ण है। इसका निर्माण रोहिताश सिंह नाग द्वारा किया गया है यह अभी अविकसित अवस्था में है । मुंडा जनजाति की भाषा का नाम मुंडारी है। यह ऑस्ट्रोएशियाटिक या ऑस्ट्रिच भाषा परिवार के अंतर्गत आता है । मुंडा भाषा […]

Continue Reading
Ho Literature

Ho Literature| हो भाषा-साहित्य | JPSC GK |JSSC GK

Ho Literature Detailed Study Ho Literature Introduction- हो भाषा झारखंड के 16 द्वितीय राजभाषा में से एक है। यह मुख्य रूप से झारखंड के कोल्हान क्षेत्र (पूर्वी सिंहभूम, पश्चिम सिंहभूम और सरायकेला खरसावां) में हो समुदाय द्वारा बोली जाती है। इस भाषा का अपनी लिपि है जिसका नाम वारांग क्षिति है जिसकी रचना लाखो […]

Continue Reading
Nagpuri Literature

Nagpuri Literatue |नागपुरी भाषा साहित्य |नागपुरी के प्रसिद्ध पुस्तकें lFamous Books In Nagpuri Language | Nagpuri Literature |JPSC GK |JSSC GK

नागपुरी भाषा परिचय झारखंड में सदानों की सर्वप्रमुख भाषा है नागपुरी। नागपुरी को सादरी या गवांरी भाषा भी कहा जाता है। यह नागवंश और रामगढ़ राज्य की राजभाषा थी। नागवंशी राजा रघुनाथ शाह और रामगढ़ के राजा दलेल सिंह खुद नागपुरी साहित्य के रचनाकार थे। नागपुरी के लिए कैथी लिपि या देवनागरी लिपि का प्रयोग […]

Continue Reading
Panchpargania Literature

पंचपरगनिया भाषा साहित्य l पंचपरगनिया के प्रसिद्ध पुस्तकें lFamous Books In Panchpargania Language | Panchpargania Literature |JPSC GK |JSSC GK

Panchpargania Literature Introduction Panchpargania Literature – यह झारखंड के 16 द्वितीय राजभाषाओं में से एक है। इस भाषा को मुख्य रूप से झारखंड के पंचपरगना क्षेत्र में बोली जाती है। खोरठा, कुरमाली, नागपुरी की तरह इसे भी मागधी भाषा का अपभ्रंश माना जाता है। कर्मचंद्र महतो ने पंच परगनिया भाषा को लिपिबद्ध करने के लिए […]

Continue Reading
Kurukh Literature

कुरुख भाषा साहित्य l कुरुख के प्रसिद्ध पुस्तकें lFamous Books In Kurukh Language | Kurukh Literature |JPSC GK |JSSC GK

Kurukh Literature Introduction Of Kurukh Literature – की 16 द्वितीय राजभाषा में से कुरुख भी एक है। यह पश्चिम बंगाल की भी द्वितीय राजभाषा में शामिल है। यह उरांव समुदाय की मुख्य भाषा है। इस भाषा ने बड़ी उदारता से अन्य भाषाओं के शब्दों को अपने में शामिल किया है जिसके परिणामस्वरूप इसकी लिखित भाषा […]

Continue Reading
Santali Literature

Santali Literature|संताली साहित्य | JPSC GK |JSSC GK

 Introduction Santali Literature यह झारखंड के 16 द्वितीय राजभाषा में से एक है। यह झारखण्ड में सबसे ज्यादा बोली जानेवाली जनजातीय भाषा है। संताल समुदाय इस ‘होड़ रोड़’ कहके बुलाते है जिसका मतलब होड़ लोगो की बोली।इस भाषा का अपना विकसित व्याकरण, लिपि और शब्द-संग्रह है। 92वें संविधान संशोधन, 2003 के अंतर्गत संताली […]

Continue Reading