kisan tribes किसान जनजाति

किसान जनजाति का विस्तृत अध्ययन | Detailed Study Of Kisan Tribes

किसान जनजाति Kisan Tribe किसान जनजाति परिचय – उड़ीसा और पश्चिम बंगाल के baad झारखंड में किसान जनजाति की सबसे ज्यादा जनसंख्या है। ये परंपरागत किसान होते है तथा वन्य उत्पाद विशेषकर लकड़ी बेचकर अपनी जीविका चलाते है। झारखंड में इसका मुख्य जमाव लातेहार और गुमला जिला में है। इस जनजाति का मूल भाषा का […]

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राष्ट्रकूट वंश का इतिहास | History Of Rashtrakoot Dynasty

History Of Rashtrakut Dynasty राष्ट्रकूट वंश का इतिहास परिचय 753 ईसवी में दंतीदुर्गा ने चालुक्य वंश के अंतिम राजा कीर्तिवर्मन द्वितीय को पराजित करके स्वयं को स्वतंत्र राजा घोषित कर दिया था। दंतीदुर्गा के द्वारा ही राष्ट्रकूट वंश की स्थापना की गई थी जिस की प्रारंभिक राजधानी मयूरखिड़ी (महाराष्ट्र) में थी। बाद में अमोघवर्ष प्रथम […]

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बथुड़ी जनजाति Bathuri tribe

बथुड़ी जनजाति का विस्तृत अध्धयन | Batudi Tribes Detailed Study

Bathudi Tribes बथुड़ी जनजाति Bathuri Tribe परिचय बथुड़ी जनजाति की सबसे ज्यादा जनसंख्या उड़ीसा में पाई जाती है। इनका मूल निवास स्थान उड़ीसा के मयूरभंज के पंचपीर पठार और सिमलीपाल जंगल है। यहीं से आकर बथुड़ी झारखंड के पड़ोस सिंहभूम जिले में बसे। इसकी ज्यादा जनसंख्या स्वर्णरेखा नदी के तट और धालभूम पहाड़ी के आसपास […]

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झारखंड के सभी जनजातियों के प्रशासनिक प्रधान एवं धार्मिक प्रधान

ग्रामीण प्रधान/धार्मिक प्रधान Religious Head Of Tribes यहां झारखंड में पाए जानेवाले विभिन्न जनजातियों के धार्मिक प्रधान और प्रशासनिक प्रधान दिया गया है:- क्रम सं जनजाति ग्रामीण प्रधान धार्मिक प्रधान 1 संताल मांझी नायके 2 उरांव महतो पाहन 3 मुंडा मुंडा पाहन 4 हो मुंडा देउरी 5 खरवार मुखिया बैगा 6 खड़िया महतो/डंडीया कालो/देउरी 7 […]

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चोल वंश का इतिहास | history of chola dynasty |history of medieval India | मध्यकालीन भारत का इतिहास

चोल वंश का इतिहास History of chola dynasty प्रारंभिक चोल का इतिहास प्रारंभिक चोल राजवंश का संस्थापक उर्वाहप्पहरें इलन जेत चेन्नी था। इसकी प्रारंभिक राजधानी पुहार थी। करिकाल प्रारंभिक चोल शासकों में सर्वाधिक शक्तिशाली और महत्वपूर्ण शासक था। इसे “जले हुए पैरों वाला” कहा गया है। अनुमानित किस शासक ने 190 ई में शासन किया […]

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सेन वंश का इतिहास | History Of Sain Dynasty

सेनवंश का इतिहास History Of Sain Dynasty परिचय सेन वंश के अभिलेखों के अनुसार सेन वंश के राजा मूलतः कर्नाटक के रहने वाले थे। सेन वंश की स्थापना सामंत सेन के द्वारा बंगाल के राढ नामक स्थान पर की गई थी। सेन वंश की राजकीय भाषा संस्कृत थी। इसकी प्रारंभिक राजधानी गौड़ (माल्दा जिला में) […]

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गहढ़वाल वंश का इतिहास | History Of Gaharwal Dynasty

गहढ़वाल वंश का इतिहास History Of Gaharwal Dynasty परिचय गहढ़वाल वंश की स्थापना चंद्रदेव के द्वारा की गई थी। चंद्रदेव ने गुर्जर प्रतिहार वंश के अंतिम राजा यशपाल की हत्या करके इस राज्य की स्थापना की थी। चंद्रदेव के बाद महीचंद्र और यशोविग्रह राजा हुए परंतु यह स्वतंत्र राजा नहीं थे। इस वंश की पहली […]

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भारत के कुछ ऐतिहासिक ग्रंथ | some historical books of India

भारत के कुछ ऐतिहासिक ग्रंथ Historical Books Of Jharkhand जियाउद्दीन बरनी यह एक प्रसिद्ध इतिहासकार थे। जियाउद्दीन बरनी को समकालीन इतिहासकारों में सबसे महत्वपूर्ण माना गया है। इसका जन्म दिल्ली के एक संपन्न परिवार में हुआ था। जियाउद्दीन बरनी के पिता जलालुद्दीन फिरोज खिलजी और अलाउद्दीन खिलजी के निजी तथा सबसे विश्वासपात्र कर्मचारियों में से […]

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पालवंश का इतिहास | History Of Pala Dynasty

पाल वंश का इतिहास Histroy Of Pala Dynasty परिचय पश्चिम बंगाल के खलिमपुर (मालदा के पास) अभिलेख के अनुसार कन्नौज के सम्राट हर्षवर्धन और असम के राजा भास्करवर्मा के द्वारा संपूर्ण गौंड राज्य को नष्ट कर दिया। इसी दौरान गौड़ शासक शशांक की मृत्यु हो जाती है जिससे किसी राजनीतिक सत्ता के अभाव में बंगाल […]

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Mahali Tribe माहली जनजाति

माहली जनजाति का विस्तृत अध्धयन | Detailed Study Of Mahli Tribes

माहली जनजाति का विस्तृत अध्ययन Mahali Tribe माहली जनजाति भारत में सबसे ज्यादा माहली की जनसंख्या झारखंड में पाई जाती है। यह झारखंड की शिल्पी जनजाति है। ये बाँस कला में काफी दक्ष होते है। इस जनजाति की सर्वाधिक आबादी राँची जिला में पाई जाती है। भारत मे सबसे ज्यादा माहली झारखंड में ही पाई […]

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