झारखंड के सभी जनजातियों के प्रशासनिक प्रधान एवं धार्मिक प्रधान

ग्रामीण प्रधान/धार्मिक प्रधान Religious Head Of Tribes यहां झारखंड में पाए जानेवाले विभिन्न जनजातियों के धार्मिक प्रधान और प्रशासनिक प्रधान दिया गया है:- क्रम सं जनजाति ग्रामीण प्रधान धार्मिक प्रधान 1 संताल मांझी नायके 2 उरांव महतो पाहन 3 मुंडा मुंडा पाहन 4 हो मुंडा देउरी 5 खरवार मुखिया बैगा 6 खड़िया महतो/डंडीया कालो/देउरी 7 […]

Continue Reading

चोल वंश का इतिहास | history of chola dynasty |history of medieval India | मध्यकालीन भारत का इतिहास

चोल वंश का इतिहास History of chola dynasty प्रारंभिक चोल का इतिहास प्रारंभिक चोल राजवंश का संस्थापक उर्वाहप्पहरें इलन जेत चेन्नी था। इसकी प्रारंभिक राजधानी पुहार थी। करिकाल प्रारंभिक चोल शासकों में सर्वाधिक शक्तिशाली और महत्वपूर्ण शासक था। इसे “जले हुए पैरों वाला” कहा गया है। अनुमानित किस शासक ने 190 ई में शासन किया […]

Continue Reading

सेन वंश का इतिहास | History Of Sain Dynasty

सेनवंश का इतिहास History Of Sain Dynasty परिचय सेन वंश के अभिलेखों के अनुसार सेन वंश के राजा मूलतः कर्नाटक के रहने वाले थे। सेन वंश की स्थापना सामंत सेन के द्वारा बंगाल के राढ नामक स्थान पर की गई थी। सेन वंश की राजकीय भाषा संस्कृत थी। इसकी प्रारंभिक राजधानी गौड़ (माल्दा जिला में) […]

Continue Reading

गहढ़वाल वंश का इतिहास | History Of Gaharwal Dynasty

गहढ़वाल वंश का इतिहास History Of Gaharwal Dynasty परिचय गहढ़वाल वंश की स्थापना चंद्रदेव के द्वारा की गई थी। चंद्रदेव ने गुर्जर प्रतिहार वंश के अंतिम राजा यशपाल की हत्या करके इस राज्य की स्थापना की थी। चंद्रदेव के बाद महीचंद्र और यशोविग्रह राजा हुए परंतु यह स्वतंत्र राजा नहीं थे। इस वंश की पहली […]

Continue Reading

भारत के कुछ ऐतिहासिक ग्रंथ | some historical books of India

भारत के कुछ ऐतिहासिक ग्रंथ Historical Books Of Jharkhand जियाउद्दीन बरनी यह एक प्रसिद्ध इतिहासकार थे। जियाउद्दीन बरनी को समकालीन इतिहासकारों में सबसे महत्वपूर्ण माना गया है। इसका जन्म दिल्ली के एक संपन्न परिवार में हुआ था। जियाउद्दीन बरनी के पिता जलालुद्दीन फिरोज खिलजी और अलाउद्दीन खिलजी के निजी तथा सबसे विश्वासपात्र कर्मचारियों में से […]

Continue Reading

पालवंश का इतिहास | History Of Pala Dynasty

पाल वंश का इतिहास Histroy Of Pala Dynasty परिचय पश्चिम बंगाल के खलिमपुर (मालदा के पास) अभिलेख के अनुसार कन्नौज के सम्राट हर्षवर्धन और असम के राजा भास्करवर्मा के द्वारा संपूर्ण गौंड राज्य को नष्ट कर दिया। इसी दौरान गौड़ शासक शशांक की मृत्यु हो जाती है जिससे किसी राजनीतिक सत्ता के अभाव में बंगाल […]

Continue Reading
Mahali Tribe माहली जनजाति

माहली जनजाति का विस्तृत अध्धयन | Detailed Study Of Mahli Tribes

माहली जनजाति का विस्तृत अध्ययन Mahali Tribe माहली जनजाति भारत में सबसे ज्यादा माहली की जनसंख्या झारखंड में पाई जाती है। यह झारखंड की शिल्पी जनजाति है। ये बाँस कला में काफी दक्ष होते है। इस जनजाति की सर्वाधिक आबादी राँची जिला में पाई जाती है। भारत मे सबसे ज्यादा माहली झारखंड में ही पाई […]

Continue Reading

UPSC NOTES | चंदेल वंश का इतिहास | HISTORY Chandel Dynasty

चंदेल वंश History Of Chandel Dynasty ऐतिहासिक स्रोत अभिलेख 1) राजा धंगदेव का खजुराहो लेख 2) महोबा और मऊ के लेख 3) अजय गढ़ का लेख – मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में है। 4) हमीरपुर का नान्योरा लेख – उत्तर प्रदेश में है। साहित्य 1) श्री कृष्ण मिश्र द्वारा रचित प्रबोध चंद्रोदय जो संस्कृत भाषा […]

Continue Reading
कोल जनजाति Kol Tribes

कोल जनजाति का विस्तृत अध्धयन | Kol Tribes Detailed Study

Tribes Of Jharkhand कोल जनजाति Kol Tribes परिचय कोल झारखंड की 32 वी जनजाति है। 8 जनवरी 2003 को कोल को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिया गया। यह प्रोटो ऑस्ट्रलोयड जनजाति परिवार के अंतर्गत आता है। कोल जनजाति का मूल निवास स्थान मध्य प्रदेश के रीवा जिला के बरदीजादा क्षेत्र के कुराली को माना जाता […]

Continue Reading

सोलंकी वंश का इतिहास | History of Solanki dynasty| Medieval history of India | मध्यकालीन भारत का इतिहास

सोलंकी वंश History of Solanki dynasty परिचय इस वंश को गुजरात के चालुक्य वंश के नाम से भी जाना जाता है। सोलंकी वंश की उत्पत्ति के बारे में इतिहासकारों का विभिन्न मत हैं कुछ इतिहासकार इसे अग्निवंशी मानते हैं तो कुछ इतिहासकार प्राचीन क्षत्रिय राजाओं के संतान मानते हैं। सोलंकी वंश की स्थापना 10 वीं […]

Continue Reading