यमुना नदी प्रणाली
Yamuna River Basin
यह नदी बंदरपूंछ चोटी (कालिंदी पहाड़) में स्थित यमुनोत्री हिमानद (चंपासर हिमानी के सप्तऋषि कुंड से) निकलती है। यह स्थान उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिला में अवस्थित है। यह भारत में बहने वाली सबसे बड़ी सहायक नदी है। इसकी कुल लंबाई 1376 किमी है। यमुना नदी प्रयागराज में गंगा नदी से मिल जाती है।
यमुना नदी के उपनाम
कालिंदी/कालिंदजा – कालिंदी पहाड़ से निकलने की वजह से यमुना नदी का यह नाम है।
सूर्यतनया – यमुना नदी को सूर्य की बेटी माना जाता है।
यमी – इसे यमराज की बहन भी माना जाता है इस वजह से यह नाम है।
यमुना नदी के किनारे बसे शहर
यमुना नदी यह नदी उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश (हरियाणा) से होकर गुजरती है। यमुना नदी के किनारे कालसी, कालपी, दिल्ली आगरा, इटावा, मथुरा, प्रयागराज, बांदा आदि शहर बसे हुए हैं। प्रसिद्ध पाओंता साहिब गुरुद्वारा जो हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला में अवस्थित है इसी नदी के तट पर हैं। यह गुरुद्वारा गोविंद सिंह से संबंधित है।
Tributaries Of Yamuna River
टोंस नदी (Tons River)
यह पहली नदी है जो यमुना से आकर मिलती है। इसका उद्गम स्थल बंदरपूंछ चोटी है। यह देहरादून के पास कालसी नामक गांव में यमुना नदी से मिलती है। यह गंगा नदी की सबसे बड़ी सहायक नदी है। इस कालसी नामक स्थान पर सम्राट अशोक के शिलालेख मिलते हैं। कालसी में ही एक और नदी “हर की दून” आकर यमुना नदी से मिलती है।
चंबल नदी (Chambal River) – To Know Details About Chambal River Click On it
बेतवा नदी (Betwa River)
अन्य नाम
इसनदी का पुराना नाम वेत्रवती नदी है। महाभारत काल में इस नदी का नाम चर्मण्यवती नाम से मिलता है। इस नदी को “मध्यप्रदेश की गंगा” कहां जाता है तथा इसे “बुंदेलखंड की जीवन रेखा” के नाम से भी जाना जाता है। “बेतवा का द्वीप” देवगढ़ के किला को कहा जाता है जो उत्तर प्रदेश में अवस्थित है।
बेतवा नदी का उद्गम/मुहाना
यह नदी 590 किमी लंबी नदी है। यह नदी विंध्याचल श्रेणी (कुमारगाँव, रायसेन जिला मध्यप्रदेश) से निकलती है। से निकलता है। इस नदी का मुहाना यमुना नदी है जो उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिला में मिलती है। इस नदी के किनारे विदिशा, सांची, चंदेरी, ओरछा, देवगढ़ और हमीरपुर शहर है। इस नदी का प्रवाह मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में है। भारतीय नौसेना ने इस नदी के सम्मान में एक Frigate का नाम INS Betwa रखा है। इस नदी की प्रमुख सहायक नदी बीना जामनी, धमान और बेस नदी है।
बेतवा नदी पर नदी घाटी जल परियोजनाएं
🔥 रानी लक्ष्मीबाई जल परियोजना (राजघाट परियोजना)- यह उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की संयुक्त बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजना है जो निर्माणाधीन है। इस परियोजना के तहत उत्तर प्रदेश के ललितपुर में तथा मध्य प्रदेश के चंदेरी में बांध बनाए जा रहे हैं।
🔥 सम्राट अशोक जल परियोजना (विदिशा) – यह परियोजना मध्य प्रदेश की परियोजना है जिसके अंतर्गत हलाली बांध बनाया गया है।
🔥 माताटीला बहुउद्देशीय जल परियोजना – यह परियोजना उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिला में अवस्थित है।
🔥 परीक्षा परियोजना – यह परियोजना उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में अवस्थित है जिसके तहत परीक्षा ताप विद्युत केंद्र की स्थापना की गई है।
बीना नदी (Bina River)
बीना मध्य प्रदेश के एक जिले का भी नाम है । बीना नदी के किनारे बीना तेल रिफाइनरी अवस्थित है। इस नदी के किनारे गुप्त काल का एरण अभिलेख अवस्थित है, एरण अभिलेख (सागर जिला,) से ही सती प्रथा का प्रमाण मिलता है। बीना नदी पर ही भालकुंड (राहतगढ़) जलप्रपात अवस्थित है।
केन नदी (Ken River)
इस नदी का पुराना नाम शक्तिमति नदी था। यह नदी बुंदेलखंड से होते हुए गुजरने वाली एक बड़ी नदी है जिसका प्रवाह मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में है। यह नदी मध्य प्रदेश के कटनी (अहीरगांव से) से कैमूर पहाड़ी (विंध्याचल) से निकलती है और उत्तर प्रदेश में बांदा के समीप चिल्ला घाट में यमुना नदी में मिल जाती है। यह नदी अपने 427 किमी प्रवाह के दौरान पन्ना राष्ट्रीय उद्यान से होकर गुजरती है। केन नदी में Agate (शजर) नामक बहुमुल पत्थर पाया जाता है जिससे आभूषण बनाया जाता है।
इस नदी पर केन घड़ीयाल केंद्र बनाया गया है। यह नदी स्नेह जलप्रपात (पन्ना) और पांडव जलप्रपात (छतरपुर) का निर्माण करती है। केन नदी पर गंगेऊ बांध बनाया गया है।
बेतवा केन लिंक परियोजना (Ken Betwa Link)
बुंदेलखंड में जल की समस्या को सुलझाने के लिए 2005 में केन बेतवा लिंक परियोजना की शुरुआत की गई है जिसमें केन नदी के पानी को बेतवा नदी में डाला जाएगा। इस लिंक परियोजना से पन्ना राष्ट्रीय उद्यान को नुकसान पहुंचेगा। यह भारत की पहली नदी लिंक परियोजना है।
सहायक नदी – गुदन नदी, सोनार नदी, उर्मिल नदी, श्यामरी नदी, मीर हसन नदी और चंद्रावल नदी।
Note:- बांदा में तुलसीदास का जन्म हुआ था।
हिंडन नदी (Hindon River)
यह नदी शिवालिक श्रेणी (राजाजी रेंज, सहारनपुर) से निकलती है और NOIDA में यमुना नदी से मिल जाती है। आलमगीरपुर (हड़प्पा सभ्यता स्थल) किसी नदी के किनारे हैं जोकि हड़प्पा सभ्यता की सबसे पूर्वी बिंदु है। गाजियाबाद शहर किस नदी के किनारे बसा हुआ है। यह नदी गंगा और यमुना नदी के मध्य से होकर गुजरती है। इसकी लंबाई 400 किलोमीटर है।
Note:- NOIDA का फुल फॉर्म NEW OKHLA INDUSTRIAL DEVELOPMENT AUTHORITY है।
अन्य सहायक नदी – गिरी नदी, ऋषिगंगा नदी, हनुमानगंगा नदी
Damodar River Video