पोरहाट के सिंह वंश

सिंहभूम के सिंहवंशी राज्य का विस्तृत अध्ययन | Detailed Study Of Singh Dynadty Of Porhat

Singh Dynasty Of Porhat पोरहाट के सिंह वंश सिंह राजवंश के कारण इस क्षेत्र का नाम सिंहभूम पड़ा, ऐसा दावा किया जाता है। हो जनजाति का मानना है कि सिंहभूम का यह नाम उसके आराध्य देव “सिंहबोंगा” के नाम से रखा गया। टिकैत नृपेंद्र नारायण सिंहदेव के पुस्तक “सिंहभूम, सरायकेला खरसावां थ्रू द एजेज के […]

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शिवनाथ प्रमाणिक की जीवनी | Biography of shivnath Pramanik

Shivnath Pramanik शिवनाथ प्रमाणिक की जीवनी जन्म– 13 जनवरी 1950, बईदमारा गांव (बाघमारा) बोकारो पिता का नाम :- मुरलीधर प्रमाणिक माता का नाम :- तिनकी देवी शिक्षा :- 📕 इंटर [ डी ए वी चंद्रपुरा, बोकारो(1968 – 70) 📕 सनातक [ नीजी कॉलेज (1970-73) 📕 पत्रकारिता एवं लेबर ऑफिसर में डिप्लोमा( 1974) 📕गृह मंत्री […]

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पलामू के रक्सेल वंश

JPSC PT (Dynasty 1)पलामू के रक्सेल वंश | Raksel Dynasty Of Palamu

Raksel Dynasty पलामू के रक्सेल वंश चेरो वंश से पहले पलामू में रक्सेल वंश का शासन था। रक्सेलों का शासन दक्षिण-पूर्वी पलामू में था। ये अपने को हैहयवंशी राजपूत कहते थे। इसका मूल निवास स्थान राजपुताना (आधुनिक राजस्थान) था। राजपुताना से ये रोहतासगढ़ आये। रोहतासगढ़ होते हुए ये पलामू प्रविष्ट किये। पलामू में प्रवेश करने […]

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JPSC PT (Medieval History 1) सल्तनतकालीन झारखंड | Jharkhand During Sultanate Period | Ancient History Of Jharkhand

सल्तनतकालीन झारखंड परिचय – 1206 से 1526 तक के कालखण्ड को सल्तनतकाल के नाम से जाना जाता है। सल्तनत काल में 5 राजवंश हुए गुलाम वंश, खिलजी वंश, तुगलक वंश, सैय्यद वंश और लोदी वंश। इस काल में मुसलमानों का झारखंड में प्रवेश सिर्फ दुश्मनों का पीछा करते समय हुआ और बिहार-उड़ीसा के आने जाने […]

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