History Of Kalyani Chalukya

कल्याणी के चालुक्य वंश का इतिहास | History Of Kalyani Chalukya

कल्याणी के चालुक्य वंश History Of Kalyani Chalukya परिचय तैलप द्वितीय प्रारंभ में राष्ट्रकुट राजा कर्क द्वितीय के सामंत थे। तैलप द्वितीय ने उन्हें पराजित करके कल्याणी के चालुक्य वंश की स्थापना की थी। तैलप द्वितीय ने अपनी राजधानी मान्यखेट (आधुनिक शोलापुर, महाराष्ट्र) क्षेत्र में बनाई थी तथा कल्याणी के चालुक्य राजाओं को पश्चिम चालू […]

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History Of Kalchuri Dynasty | कलचुरी वंश का इतिहास

कल्चुरी वंश का इतिहास History of kalchuri dynasty परिचय मध्यकालीन भारत में कलचूरी की 4 शाखाएं थी पहली शाखा माहिष्मती (आधुनिक महेश्वर जो खरगौन जिला में) दूसरी शाखा त्रिपुरी (आधुनिक तेवर जबलपुर के पास) तीसरी शाखा रत्नापुर (बिलासपुर के पास) और चौथी शाखा रायपुर में विकसित हुई। कलचूरी राजकीय चिन्ह नंदी बैल था। कलचुरी शैव […]

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राष्ट्रकूट वंश का इतिहास | History Of Rashtrakoot Dynasty

History Of Rashtrakut Dynasty राष्ट्रकूट वंश का इतिहास परिचय 753 ईसवी में दंतीदुर्गा ने चालुक्य वंश के अंतिम राजा कीर्तिवर्मन द्वितीय को पराजित करके स्वयं को स्वतंत्र राजा घोषित कर दिया था। दंतीदुर्गा के द्वारा ही राष्ट्रकूट वंश की स्थापना की गई थी जिस की प्रारंभिक राजधानी मयूरखिड़ी (महाराष्ट्र) में थी। बाद में अमोघवर्ष प्रथम […]

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गहढ़वाल वंश का इतिहास | History Of Gaharwal Dynasty

गहढ़वाल वंश का इतिहास History Of Gaharwal Dynasty परिचय गहढ़वाल वंश की स्थापना चंद्रदेव के द्वारा की गई थी। चंद्रदेव ने गुर्जर प्रतिहार वंश के अंतिम राजा यशपाल की हत्या करके इस राज्य की स्थापना की थी। चंद्रदेव के बाद महीचंद्र और यशोविग्रह राजा हुए परंतु यह स्वतंत्र राजा नहीं थे। इस वंश की पहली […]

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UPSC NOTES | चंदेल वंश का इतिहास | HISTORY Chandel Dynasty

चंदेल वंश History Of Chandel Dynasty ऐतिहासिक स्रोत अभिलेख 1) राजा धंगदेव का खजुराहो लेख 2) महोबा और मऊ के लेख 3) अजय गढ़ का लेख – मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में है। 4) हमीरपुर का नान्योरा लेख – उत्तर प्रदेश में है। साहित्य 1) श्री कृष्ण मिश्र द्वारा रचित प्रबोध चंद्रोदय जो संस्कृत भाषा […]

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गुर्जर प्रतिहार राजवंश का इतिहास | History Of Gurjar Pratihar Dynasty

गुर्जर प्रतिहार राजवंश Gurjar Pratihar Dynasty परिचय Gurjar Pratihar Dynasty गुर्जर प्रतिहार का शासन 7वीं से 12वीं शताब्दी के मध्य तक माना जाता है। मुहनौत नैनसी ने गुर्जर प्रतिहारो के 24 शाखाओं का उल्लेख किया है। गुर्जर प्रतिहार ओं का मूल स्थान मारवाड़ को माना गया है। इस वंश के शासक स्वयं को भगवान लक्ष्मण […]

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History Of Palllava Dynasty | पल्लव राजवंश का इतिहास

पल्लव वंश History Of Palllava Dynasty ऐतिहासिक स्रोत अभिलेख 1) गुंटूर अभिलेख – यह अभिलेख राजा सुस्कंधबर्मन का है इस अभिलेख में पल्लवों को क्षत्रिय कहा गया है। 2) बेलूर अभिलेख- यह अभिलेख राजा सिंहविष्णु का है और इसमें उनके विजयों का वर्णन किया गया है। 3) मांडगुपयल अभिलेख- यह अभिलेख महेंद्रवर्मन का है और […]

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देवगिरि के यादव वंश | Yadav Dynasty Of Devgiri

देवगिरि के यादव वंश Yadav Dynasty Of Devgiri परिचय देवगिरि के यादव आरंभ में चालूक्यों (कल्याणी) के सामंत थे। इस वंश के संस्थापक दृढप्रहारा थे । इसकी राजधानी देवगिरी अभी के महाराष्ट्र में औरंगाबाद के नजदीक है। मुहम्मद बिन तुगलक ने देवगिरी के किला को दौलताबाद के किला में परिवर्तित कर दिया था। इस वंश […]

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चौहान राजवंश का इतिहास| History Of Chouhan Dynasty

चौहान राजवंश History Of Chouhan Dynasty राजधानी – प्रारंभिक राजधानी अहिच्छापुर/ अहिच्छत्र (नागौर के पास) थी बाद में अजयराज द्वितीय ने अजयमेरु (अजमेर) को राजधानी बनाया। संस्थापक – वासुदेव। चौहान वंश के प्रारंभिक राजा गुर्जर- प्रतिहारो के सामंत हुआ करते थे। जिस की पूर्ण जानकारी और स्पष्ट नहीं है। चौहान वंश के ऐतिहासिक स्रोत 1) […]

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