स्वरोजगार से संबंधित झारखंड सरकार की विकास योजनाएं

झारखंड सरकार की योजनाएँ | Schemes Of Jharkhand Government

स्वरोजगार सम्बन्धित योजनाएँ

New Scheme Of Jharkhand

रिक्शाचालक गरिमा योजना

झारखंड सरकार ने यह योजना 14 अगस्त 2015 में शुरू की। इस योजना के तहत उस रिक्शा चालक को ई-रिक्शा दिया जाता है जिसके पास खुद का रिक्शा नही है।

श्रमिक पेंशन योजना

इस योजना की शुरुआत वर्ष 2017 में की गई थी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य श्रमिकों का पेंशन सुनिश्चित करना है। इस योजना के तहत राज्य के श्रमिकों को प्रतिमाह ₹500 की राशि प्रदान की जाती है।

जोहार योजना (JOHAR Scheme)

इस योजना की शुरुआत वर्ष 15 नवंबर 2017 में की गई है। इस योजना की शुरुआत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा की गई थी। इस योजना का फुल फॉर्म Jharkhand’s Opportunities For Harnessing Rural Growth है। इस योजना का लाभ बीपीएल परिवार को मिलता है। इस योजना के अंतर्गत स्वराज स्वरोजगार को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मुर्गी पालन के लिए चार लाख की सहायता राशि प्रदान की जाती है। मुर्गी पालन के द्वारा उत्पन्न अंडे को सरकार के द्वारा खरीदा जाता है। इस योजना में वर्ल्ड बैंक द्वारा सहायता प्राप्त होती है।

झारखंड रिवराइन फिश फार्मिंग योजना

Jharkhand Riverine Fish Farming Scheme योजना की शुरुआत झारखंड सरकार द्वारा 2017 में की गई। इस योजना का उद्देश्य मतस्य पालन के क्षेत्र में रोजगार को बढ़ावा देना। इस योजना के तहत सरायकेला-खरसावां जिले में कई फ़िश फार्मिंग यूनिटें बनाकर 1200 लोगों को रोजगार दिया गया है। इस योजना में RFF (Riverine Fish Farming) यूनिट के पास खाली पड़े जमीन पर पपीता, टमाटर, सरसों, मटर और सब्जियाँ की खेती की जाती है।

मीठी क्रांति (Sweet Revolution)

झारखंड ने इस योजना की शुरुआत 2019 में शहद उत्पादन में झारखंड को आत्मनिर्भर बनाने तथा रोजगार सृजन करने के लिए किया है। इस योजना के तहत 10,000 किसानों को शहद उत्पादन व्यवसाय में प्रशिक्षित कर रोजगार से जोड़ा जाएगा। इसके लिए 100 करोड़ रु का बजट रखा गया है। इस योजना के प्रथम चरण में सरकार ने 10 करोड़ रु आवंटित की है। 1207 किसानों को प्रशिक्षित कर 80,000 रु/किसान अनुदानित किया है, इसमे 20,000 रु किसान को खुद लगाना पड़ेगा। इस योजना के दूसरे चरण में भी 1207 किसानों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इस योजना के तहत झारखंड में शहद प्रसंकरण केंद्र बनाए जाएंगे। योजना झारखंड के सभी 24 जिलों में लागू की गई है।

उन्नति योजना

इस योजना की शुरुआत दिसंबर 2019 में की गई। यही योजना मनरेगा योजना के अंतर्गत आता है। इस योजना के तहत वैसे परिवार जिन्होंने पिछले वित्तीय वर्ष में मनरेगा के तहत 100 दिन का कार्य पूरा किया है उन परिवारों के एक वयस्क सदस्य, जिसकी उम्र 18 से 45 वर्ष हो को कौशल विकास हेतु प्रशिक्षित किया जाता है।

Jharkhand Ke Famous Mele

Online Knowledge World (Youtube Channel)
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दीदी बगिया नर्सरी योजना

इस योजना की शुरुआत वर्ष 2021-22 में की गई है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में महिलाओं को रोजगार देना तथा पौधों की संख्या में वृद्धि करना है। इस योजना के तहत झारखंड की महिलाओं को मनरेगा के अंतर्गत नर्सरी में काम दिया जाता है। इस योजना में पौधों की कमी को पूरा करने और लोगों को सस्ते दामों पर पौधे उपलब्ध कराने के लिए प्रबंध किया जाएगा। इस योजना की मदद से बेरोजगार महिलाएं नर्सरी में सहायक वन आमदनी प्राप्त कर सकती है। इस योजना के तहत फलदार और इमारत दोनों प्रकार के वृक्षों की वृद्धि की जाएगी। इस योजना के तहत महिलाओं को नर्सरी खोलने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक गांव में दो-दो बगिया स्थापित की जाएगी।

New Scheme Of Jharkhand

झारखण्ड पशुपालन से संबंधित Oneliner

https://youtu.be/F3PCcV0uFAM

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