Protected: झारखंड के जनजातियों में वधूमूल्य क्या है ? What Is Bride Price in Tribes
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Continue ReadingEducation, Politics and Sports Blog in Hindi
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Continue Readingझारखंड की भाषा Languages Of Jharkhand झारखंड की राजभाषा हिंदी है। झारखंड के 16 द्वितीय राज्यभाषा है। झारखंड राज्य राजभाषा अधिनियम, 2011 के अन्तर्गत 12 क्षेत्रीय भाषाओं को द्वितीय राजभाषा का दर्जा दिया गया। 1. उर्दू 2. संताली 3. मुण्डारी 4. हो – यह कोल्हान क्षेत्र में प्रचलित भाषा है। 5. खड़िया 6. खोरठा 7. […]
Continue ReadingJharkhand Tribes Upnam झारखंड के प्रमुख जनजाति के उपनाम बिरहोर – जंगल का आदमी चेरो – चह्वाण ऋषि के वंशज / चन्द्रवंशी संताल- हड़ करमाली – धातु-शिल्प में निपुण बंजारा – घुमक्कड़ जनजाति उराँव – कुरुख मुंडा – होरो को हो – लड़ाका कोल सौरिया पहाड़िया – मलेर चिक बड़ाइक – बुनकर जनजाति /हाथों से […]
Continue Readingचिक बड़ाईक जनजाति Chik Baraik Tribes यह एक बुनकर जनजाति है। ये कपड़े बुनने के काम करती है। यह जनजाति अन्य जातियों के साथ गाँव मे निवास करती है और उनलोगों के जरूरत के अनुसार कपड़ा बुनकर अपनी जीविका चलाते है। इसे “हाथ से बुने कपड़ो का जनक” कहा जाता है। प्राचीनकाल में ये नागवंशी […]
Continue Readingझारखंड जनजातियों के निवास स्थान Jharkhand Tribes Residence संताल – संताल जनजाति मुख्य रूप से संताल परगना प्रमंडल में पाई जाती है। इसकी सबसे ज्यादा जनसंख्या दुमका जिले में पाई जाती है। उराँव – उराँव संपूर्ण छोटानागपुर में पाए जाते है, लेकिन सबसे ज्यादा आबादी राँची जिला में है। मुंडा – मुंडाओं सबसे ज्यादा जनसंख्या […]
Continue Readingझारखंड के जनजातियों के परंपरागत पेशे Livlihood Of Jharkhand Tribes झारखंड के सभी जनजातियों के जीवन-यापन नीचे दिया गया है। यद्यपि समय के साथ सभी के रहन सहन में बदलाव आया है। कई लोग उच्च पद को सुशोभित कर रहे है। प्राचीन काल मे ये लोग अपना जीवन-यापन के लिए कौन सी जीविका आपनाते थे […]
Continue ReadingKharwar Tribes खरवार जनजाति Kharwar Tribe परिचय खरवार का मूल निवास स्थान खेरिझार (कैमूर पहाड़ी) को माना जाता है। खरवार संताल, उराँव, मुंडा और हो के बाद झारखंड की पाँचवी सबसे बड़ी जनजाति है। ये अपने को उच्च हिन्दू मानते है। खरवार को 18 हजारी भी कहा जाता है। ये झारखंड में पाए जाने वाले […]
Continue ReadingBaiga Tribes Baiga Tribe बैगा जनजाति परिचय बैगा जनजाति का शाब्दिक अर्थ है-पुरोहित। इसकी सबसे बड़ी जनसंख्या मध्य प्रदेश में पाई जाती है। उसके बाद क्रमशः छतीसगढ़, उत्तरप्रदेश, झारखंड में पाई जाती है। झारखंड में इसका जमाव राँची, हज़ारीबाग और सिंहभूम में है। यह जनजाति द्रविड़ प्रजातीय समूह के अंतर्गत आता है। पुराने समय मे […]
Continue ReadingJharkhand Tribes Yuvagrih झारखण्ड जनजातियों के युवागृह युवागृह जनजातियों में आर्थिक, धार्मिक, सामाजिक संगठन जैसा होता है। यह एक प्रशिक्षण केंद्र होता है। यहाँ से शिक्षा पाकर वह एक अच्छा सामाजिक जीवन जीने लायक बनता है। यहाँ जनजातीय बच्चे अपने रीति-रिवाज, लोकगीत, लोकनृत्य, लोक संस्कृति, आस्था-विश्वास से परिचित होते है। बिरहोर जनजाति के युवागृह इस […]
Continue Readingबिरहोर जनजाति Birhor Tribes परिचय बिरहोर दो शब्दों से मिलकर बना है बिर और होर। बिर का अर्थ होता है जंगल और होर का मतलब आदमी। अतः बिरहोर का शाब्दिक अर्थ होता है जंगल का आदमी। बिरहोर अपने आप को खरवार की तरह सूर्यवंशी मानते है और खुद को खरवारों का एक समूह मानते है। […]
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