ऑप्टिकल डिस्क
Optical Disk
Optical Disk Structure
यह Polycarbonate Plastic से बन हुआ गोल disk होता है। इसके एक सतह पर Alluminium की पतली परत चढ़ाई जाती है। यह परत चमकदार बनाई जाती है ताकि light को ठीक से Reflect कर सके। Optical Disk में Data को Read और Wright करने के लिए Laser Beam का प्रयोग किया जाता है। इसलिए इसे Laser Disk भी कहा जाता है। Optical Disk में Track सकेंद्रीय वृत ( Concentric Circle) न होकर बाहर से अंदर की और Spiral आकर का होता है। इस Tracks को समान आकार के Sectors में बांटा गया होता है। Data Wright करते समय बाहर से होते हुए अंदर के Tracks का उपयोग किया जाता है। Optical Disk, Magnetic Disk की तरह fast नही होता इसमें data access के लिए 100-300 ms का time लगता है। Optical Disk में Disk और R/W Head के बीच में physical touch न होने के कारण इसके घिसने और खराब होने की संभावना नहीं रहती है। इसमें 30 वर्षों तक data सुरक्षित रह सकता है। वही धूल, मिट्टी और खरोच से data खराब होने की संभावना रहती है।
Note:- Magnetic Disk में Cocentric Tracks होते है। Opticle disk में Tracks कछुआ छाप Coil (मच्छर भगाने वाला) की तरह होता है।
Pits & Lands
Optical Disk में data Pits और Lands के form में Store किया जाता है। इसमें Data Wright करते समय High Intensity वाले Laser Beam का प्रयोग किया जाता है। जिससे डिस्क की सतह पर अति सूक्ष्म गड्ढे बनते जाते हैं जिसे Pits (0 या Off) कहा जाता है और दो Pits के बीच स्थित समतल क्षेत्र को Lands (1 या On) कहा जाता है। जो binary digit (0,1) को represent करता है। Disk में Low Intensity के Beam डालकर reflacted rays के आधार पर Data को पढ़ा जाता है।
Type Of Optical Disk
Optical Disk के निम्न तीन प्रकार है:-Compact Disk, Digital Video Display, Blue Ray Disk.
Compact Disk (CD) – यह बहुत सस्ता होता है। इसमें 700MB ( वास्तव में 680MB) तक Data को Store किया जा सकता है। इसे play करने के लिए CPU में CD-Drive लगे होते है। इसमें 80 Minute का Audio को Record किया जा सकता है। CD में Audio, Video, Text, Pictures को Store किया जा सकता है। CD के एक साइड plane होता है जिसे Write के लिए उपयोग किया जाता वही दुसरा साइड Shining होता है जिसे read के लिए प्रयोग किया जाता है। इसके 3 प्रकार होते है:-
CD-ROM (Compact Disk- Read Only Memory) – इसमें डाटा manufacture द्वारा डाला जाता है। बाहर से इसमें Data नही डाला जा सकता है।
CD-R (Compact Disk- Recordable) – इसमें एक बार data डाला जा सकता है उसके बाद इसे delete, modify नही किया जा सकता है। लेकिन CD-R के बाकी बचे Surface पे अलग अलग समय में wright किया जा सकता। इसे WORM (राइट Once Read Many) Disk भी कहा जाता है।
Note:- CD में Data Record करने की प्रक्रिया को Burning कहा जाता है। वही CD से Data Copy करके कही Paste करना Ripping कहलाता है।
Burning – Copying From PC to CD
Ripping – Copying From CD to PC
CD-RW (Compact Disk- Rewritable) – इसमें बार बार डाटा delete और modify किया जा सकता है। इसके Surface की Chemical Properties को Change कर बार बार write किया जाता है।
Digital Video Display (DVD) – इसमें 4.7 GB से 17 GB तक Data को Store किया जा सकता है। इसमें ज्यादा storage का कारण यह है की इसमें data दोनो sides में store किया जा सकता है तथा इसमें Data Compressing Technology का प्रयोग किया जाता है। इसके भी 3 प्रकार होते है:-
DVD-ROM (Digital Video Display- Read Only Memory) – इसमें डाटा manufacture द्वारा डाला जाता है। बाहर से इसमें Data नही डाला जा सकता है।
DVD-R (Digital Video Display -Recordable) – इसमें एक बार data डाला जा सकता है उसके बाद इसे delete, modify नही किया जा सकता है।
DVD-RW (Digital Video Display – Rewritable) – इसमें बार बार डाटा delete और modify किया जा सकता है।
Blue Ray Disk (BRD) – यह latest Optical Disk है जिसका उपयोग HD Audio और Video को store करने के लिए किया जाता है। इसे Sony Company ने बनाया था। Single Layer BRD की Storage 25 GB तथा Double layer BRD की Storage 50GB होती है।
Note:- CD/DVD में read/wright के लिए Red Laser Beam का प्रयोग किया जाता है वही BRD में Blue Laser Beam का।
Important Facts Of Optical Disk
👍 इसमें Random Access मिलता है।
👍 James Russell को Optical Disk का पिता माना जाता है। इसे Sony और Philips कंपनी द्वारा 1965 में विकसित किया गया।
👍 बहुत मात्रा में Replicated CDs (Duplicate CDs) को Hydrolic Press में बनाया जाता है। Hydrolic Press में ही Diamond को Crush किया जाता है।
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