झारखंड के यातायात
Transportation Of Jharkhand
झारखंड रेलवे
Jharkhand Railway
झारखंड में 2000- 21 तक रेल मार्ग की कुल लंबाई 2394.46 किलोमीटर है। झारखंड में सबसे पहले 1862 ई में कोलकाता से राजमहल तक रेलवे लाइन का निर्माण किया गया था। राज्य में 1907 ई में पुरुलिया-रांची रेल मार्ग का निर्माण शुरू हुआ। 1920-30 के दशक में डाल्टेनगंज-बरकाकाना एवं गोमो-मुरी-चांडिल लाइन का निर्माण हुआ था। 1981 में रांची-लोहरदगा रेल लाइन का निर्माण किया गया। झारखंड में रेल मार्ग का सर्वाधिक विस्तार दामोदर घाटी और स्वर्णरेखा घाटी क्षेत्र में है। पाट क्षेत्र, ऊपरी दामोदर घाटी क्षेत्र, हजारीबाग का ऊंचा-नीचा पठार और राजमहल पहाड़ी क्षेत्र रेल रहित है।
झारखंड में दो कंपनियों ने मिलकर रेलवे लाइन बिछाई थी। ईस्ट इंडियन रेलवे ने उत्तरी छोटानागपुर में तथा बंगाल नागपुर रेलवे ने दक्षिण छोटानागपुर में। वर्तमान में ईस्ट इंडियन रेलवे पूर्वी रेलवे एवं बंगाल नागपुर रेलवे दक्षिण पूर्व रेलवे के रूप में जाना जाता है।
रेलवे जोन
झारखंड राज्य तीन रेलवे जोन के अन्तर्गत आता है।
1. पूर्वी रेलवे रेलवे जोन
2 पूर्व-मध्य रेलवे जोन
3. दक्षिण-पूर्व रेलवे जोन
Railway Recruitment Board, Ranchi
भारत में कुल 21 Railway Recruitment Board है। इसमें से झारखंड में एक रांची में अवस्थित है। इसकी स्थापना 1984 में की गई।
Railway Division
भारत में कुल 68 Railway Division है। इसमें से 3 रेलवे डिविजन झारखंड में अवस्थित है।
1. चक्रधरपुर रेलवे डिविजन
चक्रधरपुर, दक्षिण-पूर्व रेलवे जोन का एक डिविजन है। दक्षिण-पूर्व रेलवे जोन में कुल 4 डिवीजन है खड़गपुर,चक्रधरपुर, आद्रा और राँची। इसकी स्थापना 14 अप्रैल 1952 में हुई।
2. राँची रेलवे डिविजन
राँची, दक्षिण-पूर्व रेलवे जोन का एक डिविजन है। दक्षिण-पूर्व रेलवे जोन में कुल 4 डिवीजन है खड़गपुर,चक्रधरपुर, आद्रा और राँची। राँची रेलवे डिविजन की स्थापना 1 अप्रैल 2003 में की गई।
3. धनबाद रेलवे डिविजन
पूर्व-मध्य रेलवे जोन में कुल 5 डिवीजन है दानापुर, दीनदयाल उपाध्याय, समस्तीपुर, सोनपुर और धनबाद। इस रेलवे डिविजन की स्थापना 5 नवम्बर 1951 में हुई थी। भारत के सभी रेलवे डिविजन में से सबसे ज्यादा रेवेन्यू धनबाद रेलवे डिविजन से आता है।
झारखंड बनने के बाद चलाई गई रेलवे लाइन
Railway Tracks After State Formation
1. 12 जुलाई 2011 को जसीडीह से दुमका (60 KM) ट्रेन चलाया गया।
2. 20 फरवरी 2015 को हजारीबाग से कोडरमा ट्रेन चलाई गई।
3. 4 जून 2015 को दुमका से रामपुरहाट (64 KM)ट्रेन चलाई गई।
4. 8 अप्रैल 2021 को गोड्डा हंसडीहा ट्रेन चलाई गई।
JCRL – Jharkhand Ventral Railway Limited की स्थापना झारखंड राज्य में रेल परियोजनाओं में तेजी लाने हेतु किया गया है। इस कंपनी के द्वारा शिवपुर- कठोतिया (लातेहार- चतरा) रेल परियोजना का विकास किया जाना है। राज्य में नई रेल परियोजनाओं के विकास के लिए राज्य सरकार और रेलवे मंत्रालय के बीच समझौता किया गया है। इस समझौते के अंतर्गत राज्य सरकार व रेल मंत्रालय की रेल परियोजनाओं के विकास में भागीदारी 51:49 के मैं होगी। इसके लिए राज्य सरकार और रेलवे मंत्रालय द्वारा Jharkhand Rail Infrastructure Development Corporation Limited की स्थापना किया गया है। इस संयुक्त उपक्रम के द्वारा निम्न रेलवे परियोजनाओं का विकास किया जाना है: –
1. नामकुम कांड्रा रेलवे परियोजना (106KM)
2. गिरिडीह पारसनाथ मधुबन रेलवे परियोजना (49KM)
3. टोरी चतरा रेलवे परियोजना
4. चितरा- बासुकीनाथ रेलवे परियोजना (38.3KM)
5. गोड्डा -पाकुड़ रेलवे परियोजना
6 कोडरमा – तिलैया परियोजना (14KM)
झारखंड में हवाई अड्डा
Airports Of Jharkhand
1.बिरसा मुंडा एयरपोर्ट
राँची के हिनू में अवस्थित है।इसकी स्थापना 1941 में हुआ था। इस एयरपोर्ट का IATA CODE -IXR है। यह झारखंड का सबसे बड़ा एयरपोर्ट है।
2. अटल बिहारी बाजपेयी इंटरनेशनल एयरपोर्ट
यह एयरपोर्ट देवघर जिला देवीपुर में अवस्थित है। इसका IATA Code DGH है।
3. सोनारी एयरपोर्ट
यह एयरपोर्ट जमशेदपुर में अवस्थित है।इसका निर्माण 1940 में हुआ था। अभी इस एयरपोर्ट से उड़ान बंद है। पहले MDLR एयरलाइन और किंगफिशर एयरलाइंस का उड़ान होता था। UDAN स्कीम के तहत अभी इसे विकसित किया जा रहा है।इस एयरपोर्ट का IATA CODE -IXW है।इसेे द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान बनाया गया था। टाटा स्टील अभी इस एयरपोर्ट की देखभाली करता है।
4.सिद्धों कान्हो एयरपोर्ट
यह एयरपोर्ट दुमका में स्थित है। यहां से अभी कोई निर्धारित उड़ान नहीं होती है।इसे भी UDAN SCHEME के तहत विकसित किया जाता है। यहां पे सोना सोबरन ग्लाइडर फ्लाइंग एकेडमी अवस्थित है।यहां ग्लाइडर पायलट की ट्रेनिंग होती है।
5. बरवाअड्डा एयरपोर्ट
यह एयरपोर्ट धनबाद जिला में अवस्थित है। यहां से अभी कोई निश्चित उड़ान नहीं होती। इसका IATA Code DBD है। पहले इसमें वायदूत सेवा देता था अभी यह बंद है। धनबाद के बलियापुर में नई एयरपोर्ट के लिए जगह चिन्हित किया गया है।
6. चाकूलिया एयरपोर्ट
यह पूर्वी सिंहभूम जिला के चाकुलिया में अवस्थित है। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान इसे जापान से मुकाबला के लिए अंग्रेजो ने बनवाया था।2006 में इसे non-operational घोषित कर दिया गया है।
7. टाटा स्टील इंटरनेशनल एयरपोर्ट
यह एक प्रस्तावित एयरपोर्ट है जिसे गम्हारिया में बनाने के लिए टाटा स्टील और भारतीय विमापत्तन प्राधिकरण(AAI) के बीच करार हस्ताक्षर हुआ है।
8. धालभूमगढ़ एयरपोर्ट
यह भी द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान बनाया गया एयरपोर्ट है जो अंग्रेजो ने जापानी आक्रमण को रोकने के लिए बनाया था। इस एयरपोर्ट को पुनर्जीवित करने के लिए झारखंड सरकार और AAI के बीच MoU हस्ताक्षर हुए है। यह अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने के लिए प्रस्तावित है। इसका प्रस्तावित नाम है तिलका मांझी अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट।
9. बोकारो एयरपोर्ट
यहां से अभी कोई निश्चित उड़ान नहीं होती।यह SAIL के कामों में उपयोग में लाया जाता है। इसकी देखभली भी SAIL करता है। UDAN स्कीम के अन्तर्गत इसे सार्वजनिक घरेलू एअरपोर्ट बनाने का प्रस्ताव है।
Important Facts Of Jharkhad Transportation
1. झारखंड में तीन A1 category का रेलवे स्टेशन है टाटानगर, धनबाद और रांची।
2.झारखंड का सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन धनबाद है।
3.झारखंड का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन धनबाद है।
4. झारखंड में सबसे पहला एयरक्राफ्ट 1940 में जमशेदपुर में उतरा।
5. NH-19 (GT Road पुराना नाम NH-2) झारखंड में चिरकुंडा (धनबाद) से चौपारण (हजारीबाग) तक जाती है। यह झारखंड के 4 जिलों से होकर गुजरती है। धनबाद, गिरिडीह, चतरा और हजारीबाग।
6. एशिया तथा सुदूर पूर्व सहयोग (ECAFE))द्वारा बनाया जा रहा अंतराष्ट्रीय राजमार्ग को झारखंड के बरही से जोड़ा जाएगा।
7. झारखंड के जमशेदपुर में कंटेनर टर्मिनल डिपो अवस्थित है।
8. केंद्रीय रेलवे विद्युतीकरण संगठन की शाखा राँची में अवस्थित है।
9. झारखंड में सबसे लंबा प्लेटफार्म धनबाद में है।
10. झारखंड में सबसे ज्यादा राजस्व धनबाद रेलवे स्टेशन से होता है।
11. 17 अक्टूबर 2001 को झारखंड के हटिया से न्यू दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस चलाई गई।
12. झारखंड पोस्ट सर्किल 2001 में शुरू की गई।
13. झारखंड में Speed Post Sorting hub 3 है धनबाद,जमशेदपुर और रांची में।
14. झारखंड में दूरदर्शन 1974 में राँची में शुरू किया गया।
15. All India Radio झारखंड में 27 जुलाई 1957 में रांची में शुरू की गई।
Golden Triangle
यह झारखंड सरकार की एक परियोजना है जिसके तहत एक औद्योगिक कॉरिडोर स्थापित किया जाना प्रस्तावित है। झारखंड के 3 औद्योगिक शहर राँची,धनबाद और जमशेदपुर को 6 लेन एक्सप्रेस वे सड़क से जोड़ा जाएगा।
सिद्ध कान्हो मुर्मू सेतु
Siddho Kanho Murmu Setu
यह वर्तमान में भारत की दूसरी बड़ी सेतु है। यह एक ही नदी पर बना दुनिया का सबसे बड़ा सड़क पुल है। इसकी लंबाई 6 किमी है। यह गंगा नदी पर बना हुआ है जो झारखंड को बिहार से जोड़ता है। यह झारखंड के साहेबगंज को बिहार के मनिहारी (कटिहार) से जोड़ता है। वर्तमान में यह NH-133B का हिस्सा है। मार्च 2021 से यह पुल चालू हुआ।
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