झारखंड के सभी ताप विद्युत केंद्र
Thermal Plant Of Jharkhad
Patratu Thermal Power Station
PTPS is a famous Thermal Plant Of Jharkhand. यह तापविद्युत केंद्र रामगढ़ जिला में अवस्थित है। यह ताप विद्युत केंद्र USSR के सहयोग से 1973 में बना। यह भारत की चतुर्थ पंचवर्षीय योजना की देन है।यहां जलापूर्ति पतरातु डैम से होती है। इसकी कुल उत्पादन क्षमता 840 MW है। इस विद्युत गृह से HEC, हटिया को विद्युत आपूर्ति की जाती है। यहां NTPC के सहयोग से 4000 MW उत्पादन क्षमता का प्लांट निर्माणाधीन है (800MW×5)।
तेनुघाट ताप विद्युत गृह
Tenughat Thermal Power Station
TTPS is a famous Thermal Plant Of Jharkhand. यह ताप विद्युत गृह बोकारो जिला के लालपनिया गांव के समीप स्थित है। तेनुघाट डैम से इसमें जलापूर्ति होती है। तेनूघाट विद्युत निगम लिमिटेड के अधीन यह ताप विद्युत केंद्र कार्यरत है। यहां पर विद्युत उत्पादन की दो इकाई है प्रत्येक की क्षमता 210 MW मतलब इसकी कुल उत्पादन क्षमता 420 MW है। पहला यूनिट 1994 से और दूसरा यूनिट 1996 से कार्यरत है। यहां कोयला की आपूर्ति ईस्ट बोकारो, वेस्ट बोकारो और राजबर कोयला खदान से होता है। यहां पर और दो यूनिट प्रत्येक की क्षमता 660 MW स्थपित होने का कार्य चल रहा है।
बोकारो ताप विद्युत गृह
Bokaro Thermal Power Station
BTPS is a famous Thermal Plant Of Jharkhad. यह झारखंड का पहला ताप विद्युत गृह है इसकी स्थापना 1953 में की गई। यह विद्युत गृह DVC के अन्तर्गत आता है। यह बोकारो नदी के तट पर अवस्थित है। यहां विद्युत उत्पादन की तीन इकाई कार्यरत है प्रत्येक की क्षमता 210 MW है। कुल विद्युत उत्पादन क्षमता 630 MW है। इसकी क्षमता को 770 MW करने की परियोजना है।
Note :- 1953 में ही प्रथम पनबिजली गृह की स्थापना हुई थी। बोकारो नदी यहां से कुछ ही दूर में कोनार नदी से मिल जाती है तो हम कह सकते है की यह कोनार नदी के तट में भी अवस्थित है।
चंद्रपुरा ताप विद्युत् गृह
Chandrapura Thermal Power Station
यह बोकारो जिला के चंद्रपुरा शहर में स्थित है इसकी स्थापना 1965 में की गई। इसमें विद्युत उत्पादन की 5 इकाई थी जिसमे अभी तीन इकाई कार्यरत है। पहली इकाई की विद्युत् उत्पादन क्षमता 130 MW है बाकी दो में प्रत्येक की विद्युत उत्पादन क्षमताा 250 MW है। कुल विद्युत् उत्पादन क्षमताा 630 MW है। यह ताप विद्युत गृह DVC के अन्तर्गत आता है। इसकी क्षमता को बढ़ाकर 780 MW करने की योजना है।
Maithon Power Limited
मैथन पावर लिमिटेड
यह धनबाद जिला के निरसा प्रखंड में अवस्थित है। यह टाटा पावर और DVC की संयुक्त परियोजना है। यह भारत का पहला PPP मॉडल पर बना ताप विद्युत् गृह है। यहां पर विद्युत उत्पादन की दो इकाई है प्रत्येक की विद्युत उत्पादन क्षमता 525MW है। कुल विद्युत् उत्पादन क्षमता 1050MW है। यह परियोजना भारत का पहला 525 मेगावाट यूनिट थर्मल पावर प्लांट है। इसकी स्थापना 2011 में हुई। यहां उत्पादित विद्युत दिल्ली,केरल और पश्चिम बंगाल भेजा जाता है।
कोडरमा ताप विद्युत गृह
Koderma Thermal Power Station
यह कोडरमा जिला केे जयनगर प्रखंड के बंजेडीह में स्थित है। यह DVC के अन्तर्गत आता है। इसकी स्थापना 2013 में हुई। यहां विद्युत उत्पादन की दो इकाई है प्रत्येक की उत्पादन क्षमता 500 MW है। कुल उत्पादन क्षमता 1000 MW है।
Note:-उपरोक्त सभी ताप विद्युत केन्द्र में बीटूमिनस कोयला का उपयोग होता है
माधव प्रसाद सुपर थर्मल पावर प्लांट
Madhav Prasad Super Thermal Power Plant
यह ताप विद्युत कांडरा के निकट पदमपुर में अवस्थित है। यह एक निजी ताप विद्युत गृह है। यह ताप विद्युत गृह आधुनिक पावर एंड नेचुरल रिसोर्स के अन्तर्गत आता है। इस ताप विद्युत गृह को “जमशेदपुर-कांड्रा पावर स्टेशन” के नाम से भी जाना जाता है। यहां पर विद्युत उत्पादन की दो इकाई है प्रत्येक की क्षमता 270 MW हैं। कुल विद्युत उत्पादन क्षमता 540 MW है। यहां भविष्य में और 540 MW उत्पादन क्षमता बढ़ाने की योजना है।
जोजोबेरा पावर प्लांट
Jojobera Power Plant
यह पावर प्लांट कोयला आधारित है जो ईस्ट सिंहभूम में जमशेदपुर के पास जोजोबेरा में स्थित है। ये टाटा पावर द्वारा स्थपित निजी पावर प्लांट है। उत्पादित विद्युत की आपूर्ति टाटा स्टील को की जाती है ।इसकी कुल उत्पादन क्षमता 547.5MW है।
North Karnpura Thermal Power Station
उत्तरी कर्णपुरा ताप विद्युत गृह
यह एक प्रस्तावित ताप विद्युत गृह है जिसका निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। यह चतरा जिला के सिमरिया अनुमंडल के टंडवा में अवस्थित है। यह NTPC के अधीन है। यहां पावर उत्पादन की 3 इकाई लगाई जा रही है। प्रत्येक की क्षमता 660 MW है। इसकी कुल उत्पादन क्षमता 1980 (3×660) MW है।
Note:- झारखंड में कुल विद्युत उत्पादन का 90℅ ताप विद्युत केंद्र से तथा 10℅ जल विद्युत केंद्र से होता है।
झारखंड के आगामी ताप विद्युत परियोजना
1. लातेहार जिला में 4 ताप विद्युत केंद्र के निर्माण की योजना है।
a) ESSAR POWER LIMITED – यह चंदवा में प्रस्तावित है जिसकी क्षमता 2000 MW होगी।
b) CORPORATE POWER LIMITED – यह बाना प्रस्तावित है जिसकी क्षमता 540 MW होगी।
c) CORPORATE STEEL ALLOYS LIMITED- यह चितरपुर में प्रस्तावित है जिसकी क्षमता 500 MW होगी।
d) ELECTRO STEEL THERMAL POWER LIMITED – यह सोपराम में प्रस्तावित है जिसकी क्षमता 1200 MW होगी।
2. INLAND POWER – यह रामगढ के गोला में प्रस्तावित है जिसकी क्षमता 126 MW होगी।
3. JHARKHAND INTEGRATED POWER LIMITED – यह कोडरमा जिला के तिलैया में प्रस्तावित है जिसकी क्षमता 4000 MW होगी।
4. HDIL ENERGY – यह पूर्वी सिंहभूम जिला के चाकुलिया में प्रस्तावित है जिसकी क्षमता 1320 MW होगी।
5. USHA MARTIN POWER COMPANY – यह पलामू जिला के केतात में प्रस्तावित है जिसकी क्षमता 1200 MW होगी।
6. JAYSWAL NECO POWER PLANT- यह हज़ारीबाग जिला के मोइत्रा में प्रस्तावित है जिसकी क्षमता 135 MW होगी।
7.CESC POWER LIMITED – यह दुमका जिला में प्रस्तावित है जिसकी क्षमता 1000 MW होगी।
8. ADHUNIK THERMAL ENERGY – यह सरायकेला-खरसवाँ जिला के कांड्रा में प्रस्तावित है जिसकी क्षमता 270 MW होगी।
9. BPSCL (BOKARO POWER SUPPLY COMPANY LIMITED)- यह SAIL और DVC की संयुक्त परियोजना है। इसकी क्षमता 720 MW होगी।
Thermal Plant Of Jharkhad Video
चंदवा (लातेहार) में एस्सार थर्मल पावर प्लांट है जिसकी क्षमता 1200 MW है। जो अभी चालू है
यहीं पर अभिजीत ग्रुप का भी एक थर्मल पावर प्लांट है लेकिन
ओ अभी बंद पड़ा हुआ है। इस vlog में शामिल कर लें ,ऐसे लातेहार जिला वाले vlog में है ।