Santali Literature

JPSC PT (Bhasha Aur Sahitya) Santali Literature|संताली साहित्य

संताली साहित्य परिचय – यह झारखंड के 16 द्वितीय राजभाषा में से एक है। यह झारखण्ड में सबसे ज्यादा बोली जानेवाली जनजातीय भाषा है। संताल समुदाय इस ‘होड़-रोड़’ कहके बुलाते है जिसका मतलब होड़ लोगो की बोली।इस भाषा का अपना विकसित व्याकरण, लिपि और शब्द-संग्रह है। 92वें संविधान संशोधन, 2003 के अंतर्गत संताली को संविधान […]

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