गुप्तकाल और गुप्तोत्तर काल में झारखंड
गुप्तकालीन झारखंड Jharkhand During Gupta Period कुषाणों के पतन के बाद गुप्तकाल का उदय हुआ। गुप्तकाल के सबसे प्रतापी राजा समुद्रगुप्त के दरबारी कवि द्वारा रचित प्रयाग प्रशस्ति में समुद्रगुप्त के सारे विजयों का वर्णन मिलता है। इन विजयों में आटविक विजय की चर्चा भी है। प्रयाग प्रशस्ति में लिखा हुआ है कि समुद्रगुप्त ने […]
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