झारखंड जनजातीय भाषा-साहित्य पुरस्कार | Jharkhand Tribal Lietrature Award

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झारखण्ड के विभिन्न साहित्य पुरस्कर

Prize In Tribal Lietrature

शौर्य पुरस्कार सम्मानित के लिए अनुदान

झारखंड राज्य में ऐसे व्यक्ति को जिसे सूर्य प्रर पुरस्कार मिल चुका है उन्हें राज्य सरकार की ओर से एकमुश्त नगद पुरस्कार राशि का भुगतान किया जाता है। विभिन्न सम्मान के संदर्भ में प्रदान की जाने वाले पुरस्कार राशि का विवरण निम्न है: –

क्र संशौर्य पुरस्कारस्वीकृत राशि
1.परमवीर चक्र30 लाख
2.अशोक चक्र20 लाख
3.महावीर चक्र20 लाख
4.सर्वोत्तम युद्ध सेवा मेडल12 लाख
5.कीर्ति चक्र10 लाख
6.वीर चक्र10 लाख
7.परम विशिष्ट सेवा मेडल08 लाख
8.शौर्य चक्र7.5 लाख
9.उत्तम युद्ध सेवा मेडल7 लाख
10युद्ध सेवा मेडल5 लाख
11.अति विशिष्ट सेवा मेडल4 लाख
12.सेना नौसेना वायु सेना मेडल3 लाख
13.विशिष्ट सेवा मेडल2 लाख
14.मेंसन इन डिस्पैच1 लाख

जयपाल -जुलियस -हन्ना सम्मान

प्यारा केरकेट्टा फाउंडेशन के द्वारा यह पुरस्कार 2022 में शुरू किया गया है। यह पुरस्कार जनजातीय साहित्य के विकास में प्रदान किया जाता है। इस पुरस्कार को जनजातीय साहित्य के 3 विधा (काव्य, कहानी और निबंध) में प्रतिवर्ष भारत के किसी भी भाषा में प्रदान किया जाता है, किंतु इसमें जनजातीय भाषा को वरीयता दिया जाता है। पहली बार यह पुरस्कार तीन आदिवासी साहित्यकारों को दिया गया। इसमें अरुणाचल प्रदेश के तांगसा आदिवासी रेमंन लोंगकु को, महाराष्ट्र के भील आदिवासी सुनील गायकवाड और “धरती के अनाम योद्धा” के लिए दिल्ली की उरांव आदिवासी कवित्री उज्जवला ज्योति तिग्गा को (मरणोपरांत) दिया गया।

जयपाल सिंह मुंडा – यह झारखंडआन्दोलन के प्रमुख नेता थे। यह एक प्रसिद्ध हॉकी खिलाड़ी थे जिन्होंने प्रथम ओलंपिक गोल्ड मेडल विजेता हॉकी टीम की कप्तानी की थी।

जुलियस तिग्गा – 40 के दशक के महान पत्रकार आदिवासी पत्रकार तथा संपादक के। यह आदिवासी महासभा के महासचिव थे। गुलाम भारत में अपने लेख और संपादक के कारण जेल जाने वाला यह पहला आदिवासी पत्रकार एवं संपादक था।

हन्ना बोदारा- यह आदिवासी महासभा के महिला संघ की अध्यक्ष थी। झारखंड आंदोलन के दौरान इन्होंने झारखंड के महिलाओं को एकत्रित कर झारखंड आंदोलन में शामिल की थी।

Note:- प्यारा केरकेट्टा खड़िया समाज से आते हैं जिन्होंने आदिवासी शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में बहुत महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। उनके नाम से ही प्यारा केरकेट्टा फाउंडेशन की स्थापना की गई है जो आदिवासी साहित्य के विकास में योगदान करती है।

प्यारा केरकेट्टा
प्यारा केरकेट्टा

गोल्डन बुक अवार्ड 2023 – निवेदिता डॉग को एशिया का सबसे बड़ा बुक अवार्ड गोल्डन बुक अवार्ड 2023 प्रदान किया गया। इसे इसकी पुस्तक इंग्लिश पुस्तक”कन्फ्यूज्ड माइंड” के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया गया।

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