JPSC PT (Transportation & Communicatio )n) 4 Lane Corriodor In Jharkhand

Jharkhand GeographyJharkhand GK

झारखंड कॉरिडोर

Corridor In Jharkhand

झारखंड में कुल 1367 KM की 4 Lane Corridor बनाने की परियोजनाओं को हरी झंडी मिल गई है। इस योजना के तहत झारखण्ड में 6 High Speed International Level का Corridor बनाया जाएगा। झारखंड में औद्योगिक विकास और पर्यटन विकास को ध्यान में रखते हुए इस महत्वकांक्षी परियोजना की शुरुआत की गई है। इस योजना से झारखंड के विकास को तीव्र गति प्रदान की जाएगी। इस परियोजना के तहत निम्न 6 कोरिडोर की का निर्माण किया जाएगा:-

Jharkhand 4 lane Corridor
Jharkhand 4 lane Corridor

East -West Corridor

यह 393 किमी का कॉरिडर बनेगा जो उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे मुड़ीसेमर(गढ़वा) से लेकर दुमका तक होगा। इसका Route होगा:-

मुड़ीसेमर ▶️ चतरा ▶️ बेगाबाद ▶️ मधुपुर ▶️ सारठ ▶️ पालाजोरी ▶️ दुमका

Eastern Corridor

यह 121 किमी का कॉरिडर बनेगा जो साहेबगंज से लेकर चांडिल (सरायकेला-खरसावां) तक होगा। इसका Route होगा:-

साहेबगंज ▶️ जामताड़ा ▶️ निरसा ▶️ सिंदरी ▶️ चंदकियारी ▶️ चांडिल

North-South Corridor

यह 275 किमी का कॉरिडर बनेगा जो झुमरी तिलैया (कोडरमा) से लेकर उड़ीसा की सीमा जैतगढ़ तक होगा। इसका Route होगा:-

झुमरी तिलैया ▶️ विष्णुगढ़ ▶️ पेटरवार ▶️ कसमार ▶️ बरलांगा▶️ सिल्ली ▶️ सराइकेला▶️ चाईबासा ▶️ जैतगढ़

Central Corridor

यह 140 किमी का कॉरिडर बनेगा जो रांची से लेकर बिहार की सीमा डोभी तक होगा। इसका Route होगा:-

रांची ▶️ बुडमु ▶️ टंडवा ▶️ चतरा ▶️ हंटरगंज ▶️ डोभी

Tourist Corridor

यह 270 किमी का कॉरिडर बनेगा जो मिलन चौक (सिल्ली-रंगामाटी रोड, सराइकेला खरसावा) से लेकर बिहार की सीमा चामा मोड़ (रांची) तक होगा। इसका Route होगा:-

मिलन चौक ▶️ तमाड़ ▶️ खूंटी ▶️ गोविंदपुर ▶️ सिसई ▶️ घाघरा ▶️ नेतरहाट ▶️ गारू ▶️ सरयू ▶️ लतेहार ▶️ हेरहंज ▶️ बालूमाथ ▶️ चामा मोड़

Holy Tourist Corridor

यह 170 किमी का कॉरिडर बनेगा जो ओरमांझी (रांची) से लेकर देवघर तक होगा। इसमें तीर्थ क्षेत्र छिन्नमस्तिका, लुगू बुरु, देवघर और पारसनाथ को जोड़ा जाएगा। इसका Route होगा:-

ओरमांझी ▶️ गोला ▶️ राजरप्पा ▶️ डुमरी ▶️ गिरिडीह ▶️ देवघर

अन्य एक्सप्रेस वे

रायपुर-गुमला-रांची-धनबाद एक्सप्रेसवे (EC 7) –रायपुर-गुमला -रांची-धनबाद एक्सप्रेसवे (एनएच), रायपुर-धनबाद आर्थिक गलियारे (EC-07) का हिस्सा , एक निर्माणाधीन, चार लेन वाला, 707 किमी लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे है, जो छत्तीसगढ़ और झारखंड राज्यों से होकर गुज़रेगा । यह इस क्षेत्र में औद्योगीकरण को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ और झारखंड के बीच कोयला भंडार बेल्ट को जोड़ेगा। यह रायपुर , बिलासपुर , कोरबा , जशपुर , रांची , बोकारो और धनबाद जैसे औद्योगिक शहरों से गुज़रेगा। यह परियोजना ग्रीनफील्ड और ब्राउनफील्ड का मिश्रण होगी। रायपुर-बिलासपुर एक्सप्रेसवे के बीच मौजूदा हिस्सा ब्राउनफील्ड होगा जो सिक्स लेन एक्सप्रेसवे में परिवर्तित हो जाएगा जबकि बिलासपुर से धनबाद के बीच का बाकी हिस्सा पूरी तरह ग्रीनफील्ड होगा। यह भारतमाला परियोजना का एक हिस्सा है और यह पूर्वी आर्थिक मंदी (भारत) को जोड़ता है जो बिहार में पारादीप बंदरगाह से बिहार-नेपाल सीमा तक जाता है।

रांची-संबलपुर एक्सप्रेसवे – इसकी लंबाई 206 किमी की होगी। NHAI के 44 आर्थिक गलियारों में से एक होगी।इससे झारखंड के औद्योगिक गलियारा से ओडिशा औद्योगिक गलियारा को जोड़ा जाएगा। इसमें रांची रिंग रोड से लिटिबेड़ा (142 किमी) से संबलपुर ग्रीनफील्ड तक जोड़ा जाएगा।

हज़ारीबाग़-रांची-जमशेदपुर एक्सप्रेसवे- जमशेदपुर-रांची-हजारीबाग-बरही राजमार्ग झारखंड में एक चार लेन का एक संचालित राज्य राजमार्ग है। इसे 2020 में झारखंड में रांची-जमशेदपुर एक्सप्रेसवे बनाने का निर्णय लिया गया और बरही तक बढ़ा दिया गया है और इसकी लंबाई 231 किलोमीटर हो गई है। इसे कोडरमा तक विस्तारित करने का प्रस्ताव है। रामगढ़ कैंट भी इससे जुड़ा है।

वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे –एक्सप्रेसवे के निर्माण की आधारशिला 23 फरवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रखी गई थी। यह ग्रांड ट्रंक रोड और एशियाई राजमार्ग 1 के लगभग समानांतर चलेगा और चार राज्यों-उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल से होकर गुज़रेगा। एक्सप्रेसवे भारतमाला परियोजना का एक हिस्सा है यह 6 लेन ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट है जिसे 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है। यह एक्सप्रेसवे झारखंड में चतरा, हजारीबाग, रामगढ़ और बोकाओ को पार करेगा। यह एक्सप्रेसवे झारखंड में कुल 196 किलोमीटर की दूरी तय करेगा।

रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे – यह ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट है जिसे 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है। हल्दिया -रक्सौल एक्सप्रेसवे 650 किमी लंबा होगा। यह एक्सप्रेसवे भारत के बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल से गुज़रेगा। यह परियोजना भारतमाला परियोजना का एक हिस्सा है । इस एक्सप्रेसवे का उद्देश्य स्थानों के बीच समय और दूरी को कम करना है। इसके अलावा, हल्दिया बंदरगाह वर्तमान में नेपाल के अधिकांश व्यापार को संभालता है, लेकिन हल्दिया बंदरगाह के साथ भारत-नेपाल सीमा तक कोई विकसित राजमार्ग नहीं है। यह एक्सप्रेसवे झारखंड के देवघर और दुमका जिले से होकर गुजरता है।

पटना-कोलकाता एक्सप्रेसवे – इसकी लंबाई 450 किमी की होगी। यह ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट है। इसे भारतमाला-II प्रोजेक्ट के तहत बनाया जाएगा। इसका Route होगा:-

बिहार (राजगीर और नवादा) ▶️ झारखंड (गिरिडीह और जामताड़ा) ▶️ पश्चिम बंगाल (दुर्गापुर और बर्धमान)

Bedia Tribes Video

https://youtube.com/live/1CqkKKsNqsw?feature=share

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