Chief Ministers Of Jharkhand

Chief Ministers Of Jharkhand | झारखंड के मुख्यमंत्रियों का विस्तृत वर्णन| Jharkhand Polity GK | झारखंड की राज्यव्यवस्था | JPSC GK

Jharkhand GKJharkhand Poilty

Chief Minister Of Jharkhand

List Of Chief Ministers Of Jharkhand

Details Of Chief Ministers Of Jharkhand given below:-

क्रम नाम कार्यकाल

1. बाबूलाल मरांडी 15/11/2000 से 18/03/2003

2. अर्जुन मुंडा 18/3/2003 से 02/03/2005

3. शिबू सोरेन 02/03/2005 से 12/03/2005

4. अर्जुन मुंडा 12/03/2005 से 18/09/2006

5. मधु कोड़ा 18/09/2006 से 27/08/2008

6. शिबू सोरेन 27/08/2008 से 18/01/2009
राष्ट्रपति शासन 19/01/2009 से 29/12/2009

7. शिबू सोरेन 30/12/2009 से 31/05/2010

राष्ट्रपति शासन 01/06/2010 से 10/09/2010

8. अर्जुन मुंडा 11/09/2010 से 17/01/2013

राष्ट्रपति शासन 18/01/2013 से 12/07/2013

9. हेमंत सोरेन 13/07/2013 से 28/12/2014

10. रघुवर दास 28/12/2014 से 28/12/2019

11. हेमंत सोरेन 28/12/2019 से अब तक…..

बाबूलाल मरांडी

झारखण्ड राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री थे। इसका जन्म गिरिडीह जिला के तिसरी प्रखंड में कोदाईबांक गांव में 11जनवरी 1958 में हुआ था। 1998 से 2000 तक वाजपेयी सरकार में वन और पर्यावरण राज्य मंत्री रहे। रामगढ़ और धनवार से विधायक रहे। ये दो बार कोडरमा और दो बार दुमका से लोक सभा चुनाव जीते। 2006 में इन्होने BJP से अलग होकर “झारखण्ड विकास दल” नाम से पार्टी बनाई बाद मे इस पार्टी का विलय 2020 ई में BJP मे हो गया। 2007 में नक्सलियों द्वारा किए गए “चिलखारी हत्याकांड” में इसका बेटा अनूप मरांडी की हत्या की गईं थीं। ये विश्व हिंदू परिषद और RSS के कार्यकर्ता रहे।

Arjun Munda

अर्जून मुंडा झारखण्ड के दूसरे मुख्यमंत्री बने। इसका जन्म पूर्वी सिंहभूम के खरंगाझार गांव में हुआ। 1995 में JMM की तरफ से खरसावां बिहार विधान सभा के चुनाव जीता। 2000 और 2005 में पुनः BJP से खरसावां से विधायक बने। झारखंड निर्माण के बाद प्रथम पहला जनजाति कल्याण मंत्री बने। 2019 में खूंटी से सांसद बने और मोदी सरकार में जनजातीय मामलों के मंत्री बनाए गए। ये बीजेपी के केंद्रीय महासचिव के पद में भी रहे। ये झारखण्ड तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष रहे। भारतीय तीरंदाजी महासंघ (Archery Association Of India) के भी अध्यक्ष नियुक्त हुए।

JPSC MAINS QUESTION LIST

Note:- Arjun Munda was the youngest among all the Chief Minister Of Jharkhand

शिबू सोरेन

इसका मूल नाम शिवचरण लाल मांझी है। इसका जन्म रामगढ़ जिला के गोला प्रखंड के नेमरा गांव में 11 जनवरी 1944 को हुआ था। इसके पिता का नाम सोबरन मांझी और माता का नाम सोनमणी है। इसका उपनाम दिशुम गुरु (बड़ा नेता) और गुरुजी है, यह नाम बिहार सचिवालय के एक अधिकारी के बी सक्सेना ने दिया। ये झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक सदस्य थे और ये इस राजनीतिक पार्टी के प्रथम महासचिव बने। इसके जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाएं निम्न है:-

1. ये 3 बार राज्य सभा सांसद बने

2. मनमोहन सिंह के सरकार मे केंद्रीय कोयला मंत्री थे। चिरुडीह हत्याकांड के मामले में इसे मंत्रीपद से इस्तीफा देना पड़ा था।

3.18 साल की उम्र में “संताल नवयुवक संघ” की स्थापना की।

4. 1970 में संताल समाज के कल्याण के लिए “सोनोत संताल समाज” की स्थापना की। इस संगठन के दौरान उन्होंने सामूहिक कृषि, हड़िया और नशाखोरी के खिलाफ आंदोलन, आदिवासियों मे शिक्षा का प्रसार किया।

5. 1973 में धनबाद जिला के टुंडी स्थित पोखरिया आश्रम से धानकटनी आंदोलन चलाया जिसे टुंडी आंदोलन के नाम से भी जाना जाता है। इस आंदोलन में महाजनों/साहुकारों द्वारा आदिवासियो की हड़पी हुई जमीन पे लगे धान फसल को आदिवासी काट कर अपने घर ले जाते। काटे गए धान का तीन हिस्सा किया जाता था। पहला हिस्सा जमीन के मालिक का, दूसरा काटनेवालो का तीसरा आंदोलन के लिए होता था।

6.चिरूडीह हत्याकांड-1957 में शिबू सोरेन के पिता की हत्या एक महाजन ने कर दी थी जिस वजह से वो हमेशा महाजनों, ठेकेदारो साहूकारों के खिलाफ आवाज उठाते रहे। महाजनों के खिलाफ संघर्ष में जिला के नारायणपुर प्रखंड के चिरुडीह गांव में 23 जनवरी 1975 को 11 लोगो की हत्या हो गई। इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी शिबू सोरेन थे।

7.1978 में सिंहभूम क्षेत्र में जंगल काटो अभियान चलाया।

8. ये आठ बार दुमका लोक सभा सीट जीते। पहली बार चुनाव 1977 में दुमका लोक सभा से लड़े जिसमे बटेश्वर हेमब्रोम (जनता पार्टी) से हारे। पहली बार सांसद 1980 में दुमका से बने थे। 1984 में पृथ्वी चंद्र किस्कू (कांग्रेस) से हारे। फिर 1989, 1991, 1996 में जीते।1998 और 1999 में बाबुलाल मरांडी से हारे। 2002, 2004, 2009, 2014 में जीतें। 2019 में ये सुनील सोरेन से हारे।

झारखण्ड को प्रशासनिक सुविधा देने के लिए बिहार सरकार ने 7 अगस्त 1995 में “झारखंड क्षेत्र स्वायत्तशासी परिषद”(Jharkhand Area Autonomous Council) की स्थापना की गई जिसके अध्यक्ष शिबू सोरेन और उपाध्यक्ष सूरज मंडल मनोनित हुए।

Note:- Shibu Soren was the Oldest among all the Chief Minister Of Jharkhand

Note: JAAC के निर्माण की अनुशंसा बी एस लाली समिति ने की थी।

10.2009 में तमाड़ विधान सभा चुनाव में झारखण्ड पार्टी के राजा पीटर से चुनाव हारे। 2009 में ही ये जामताड़ा विधान सभा से विधायक बने।

12. इसके जीवन पर आधारित 3 पुस्तक के लेखक अनुज कुमार सिन्हा है जिसने इस पुस्तक का विमोचन 11 जनवरी 2021 में किया। इस पुस्तको का नाम है (a) दिसोम गुरु: शिबू सोरेन (हिंदी) (b) ट्राइबल हीरो:शिबू सोरेन (इंग्लिश) और (c)सुनो बच्चो, आदिवासी संघर्ष के नायक शिबू सोरेन

13. पोखड़िया आश्रम से पहले शिबु सोरेन राजमहल पहाड़ी पर स्थित पालमा से आंदोलन चलाते थे।

14. शिबु सोरेन इनडोर स्टेडियम गढ़वा में बनाया जा रहा है।

Madhu Koda

इसका जन्म पश्चिम सिंहभूम के गुआ में हुआ था। ये झारखंड के एकमात्र निर्दलीय मुख्यमंत्री हुए। ये भारत के तीसरे निर्दलीय मुख्यमंत्री बने उड़ीसा के विश्वनाथ दास (1971) और फिलेंडर एंडरसन खोंगलाम के बाद (2002)। इसने अपना राजनीतिक भविष्य AJSU से शुरू किया। 2000 में BJP की तरफ से जगन्नाथपुर से विधायक बने। ये पंचायती राज और खनन मंत्री भी रहे। 2005 में जगन्नाथपुर से निर्दलीय विधायक बने।

2009 में मधु कोड़ा सिंहभूम से निर्दालीय सांसद बने। 2014 में ये झारखंड विधान सभा चुनाव मझगांव से हार गए थे। इसने 2009 में “जय भारत समानता पार्टी” नाम से एक नई राजनीतिक पार्टी का गठन किया। 2009 के चुनाव में सिर्फ एक सीट जगन्नाथपुर से मिली जो इसकी पत्नी गीता कोड़ा की थी। 2018 में इस राजनीतिक पार्टी का विलय कांग्रेस के साथ कर दिया गया।

Raghvar Das

इनका जन्म 3 मई 1955 में राजनन्दगांव (छतीसगढ़) में हुआ था। ये टाटा स्टील में कार्यरत रहे। ये जेपी आंदोलन से जुड़े थे तथा आपातकाल के दौरान जेल में बंद कर दिए गए थे। इनका चुनाव क्षेत्र जमशेदपुर ईस्ट विधान सभा था। ये डिप्टी चीफ मिनिस्टर भी रहे। ये झारखंड के प्रथम ” श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण” मंत्री रहे।

Hemant Soren

इसका जन्म रामगढ़ जिला के गोला प्रखंड के नेमरा गांव में 10 अगस्त 1975 में हुआ। ये दो बार झारखंड के मुख्यमंत्री रहे।इससे संबंधित मुख्य बाते निम्न है:-

a) 2019 में इसे Champian Of Change Award प्रदान किया गया जो इसके बरहैत और दुमका चुनाव क्षेत्र में उत्कृष्ट काम करने के लिए मिला।

b) येे दुमका और बरहैट से विधायक चुने गए।

c) 2009-2010 तक राज्य सभा सांसद रहे।

d) 2015 से 2019 तक विपक्ष के नेता रहे।

Imoprtant Facts On Chief Ministers Of Jharkhad

1. शिबू सोरेन तीन बार CM बने।

2. अर्जुन मुंडा तीन बार CM बनें।

3. झारखंड में तीन बार राष्ट्रपति शासन लगा

4. सबसे कम उम्र के CM अर्जून मुंडा बने।

5. सबसे ज्यादा उम्र में शिबू सोरेन CM बने।

6. रघुवर दास पहला गैर-आदिवासी CM बने।

7. रघुवर दास इकलौता CM है जिसे उत्कृष्ट विधायक पुरस्कर मिला है।

8. एक कार्यकाल में सबसे कम दिन(10 दिन) तक CM रहने वाले मुख्यमंत्री शिबू सोरेन थे।

9. छोटानागपुर विकास प्राधिकरण और संताल परगना विकास प्राधिकरण दोनो की स्थापना 1971 में हुई और दोनो का अध्यक्ष मुख्यमंत्री होता है।

10. बिहार के 22वें मुख्यमंत्री भागवत झा आजाद का जन्म गोड्डा जिला के मेहरामा प्रखंड में हुआ था। इसके पुत्र का नाम कीर्ति आजाद है जो 1983 क्रिकेट वर्ल्ड कब के विजेता टीम के सदस्य रहे।

Deputy Chief Ministers Of Jharkhand

झारखंड में पहला उप-मुख्यमंत्री सुधीर महतो रहे। सुदेश महतो सर्वाधिक दो बार उप-मुख्यमंत्री बने। सबसे ज्यादा दिन तक उप-मुख्यमंत्री सुदेश महतो रहे। झारखण्ड में दो बार ऐसी सरकार बनी जब दो-दो उप मुख्यमंत्री बने। एक बार शिबू सोरेन के तीसरे कार्यकाल में (रघुवर दास और सुदेश महतो) दूसरी बार अर्जुन मुंडा के तीसरे कार्यकाल में (सुदेश महतो और हेमंत सोरेन)

a) सुधीर महतो 14 Sep 2006-23 Aug 2008

b) स्टीफन मरांडी 27 Aug 2008 -18 Jan 2009

c) सुदेश महतो 30 दिसंबर 2009-31 May 2010

d) रघुवर दास 30 दिसंबर 2009-31 May 2010

e) सुदेश महतो 11सितंबर 2010-18 Jan 2013

f) हेमंत सोरेन 11सितंबर 2010-18 Jan 2013

Video On Chief Ministers Of Jharkhand

https://youtu.be/G3YOaqz_opU

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