Birjia Tribes बिरजिया जनजाति

Birajia Tribes Detailed Study | बिरजिया जनजाति विस्तृत अध्ययन

झारखंड के जनजाति Birjia Tribes बिरजिया जनजाति परिचय बिरजिया का शाब्दिक अर्थ जंगल का मछली होता है। बिर का अर्थ जंगल और जिया का मतलब मछली होता है। यह झारखंड की प्राचीनतम आदिम जनजाति है। ये जनजाति खुद को पुण्डरीक नाग का वंशज मानते है। झारखंड सरकार ने जनजातीय वर्गीकरण में इसे सदान समूह और […]

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Ho tribe हो जनजाति

हो जनजाति का विस्तृत अध्धयन | Detailed Study Of Ho Tribes

झारखंड के जनजाति Ho Tribe हो जनजाति झारखंड की चौथी बड़ी जनजाति हो है। इसकी जनसंख्या 2011 की जनगणना के अनुसार 92,82,89 है जो राज्य की जनजातीय जनसंख्या का 10.74 प्रतिशत है। भारत मे हो जनजाति की सबसे बड़ी जनसंख्या झारखंड में पाई जाती है। इसके बाद उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में इसकी जनसंख्या सबसे […]

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Bhumij Tribe भूमिज जनजाति

भूमिज जनजाति का विस्तृत अध्धयन | Bhumij Tribes Detailed Study

झारखंड के जनजाति Bhumij Tribe भूमिज जनजाति परिचय भारत मे भूमिज जनजाति की सबसे ज्यादा जनसंख्या पश्चिम बंगाल में है। इसके बाद क्रमशः उड़ीसा, असम और झारखंड में है। झारखंड में इसका मुख्य जमाव सिंहभूम क्षेत्र में पाया जाता है। इसके अलावा भूमिज़ो की राँची, धनबाद और हज़ारीबाग में अच्छी-खासी जनसंख्या है। भूमिज प्रोटो-ऑस्ट्रलोयड प्रजातीय […]

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List Of Iron Mines In Jharkhand | झारखंड में लौहे के खान की सूची

झारखंड में लौहे की खान परिचय – लौह अयस्क की 48 किमी पट्टी झारखंड -उड़ीसा के सीमावर्ती क्षेत्र में है जो कोल्हान के दक्षिणी भाग और उड़ीसा के मयूरभंज-क्योंझर जिला में अवस्थित है। इस पट्टी को दुनिया का सबसे बड़े लौह भंडार में से एक माना जाता है। लौह अयस्क उत्पादन में उड़ीसा का स्थान पहला […]

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Gaya Munda Biography

JPSC PT (Vibhuti 8)गया मुंडा की जीवनी | Gaya Munda Biography

गया मुंडा की जीवनी गया मुंडा का जन्म खूँटी जिला के ऐटकीडीह गाँव मे हुआ था। गया मुंडा मुंडा उलगुलान के प्रधान सेनापति थे। ये उम्र में बिरसा मुंडा से काफी बड़े थे। ये सरदारी आंदोलन में भी सक्रिय भूमिका में रहे थे। गया मुंडा को परंपरागत हथियार चलाने में महारथ हासिल था। यह हमेशा […]

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ताना भगत आंदोलन | Tana Bhagat Movement

ताना भगत आंदोलन Tana Bhagt Movement ताना भगत आंदोलन के अन्य नाम 1. कुरुख आंदोलन – यह आंदोलन उराँव (कुरुख) समाज के धार्मिक और सांस्कृतिक सुधार के रूप में शुरू किया। उराँव परंपरा को छोड़ चुके लोगो को पुनः समाज में वापस लाने का प्रयास किया गया। इस आन्दोलन को चलाने वाले लोग मुख्यतः उराँव […]

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झारखंड के विभिन्न क्षेत्र | Different Regions Of Jharkhand

झारखंड के विभिन्न क्षेत्र जंगल तराई – वर्तमान संताल परगना का नामकरण 1855 के एक्ट 37 के तहत किया गया। इसके पूर्व ब्रिटिश काल में इसे जंगल तराई के नाम से जाना जाता था। जंगल तराई जिले का गठन वारेन हेस्टिंग्स द्वारा 1772 ई किया गया था। जंगल तराई में राजमहल से मुंगेर (भागलपुर सहित) तक […]

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