कार्तिक उरांव | Kartick Oraon | झारखंड के विभूति | Jharkhand Ke Vibhuti |

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कार्तिक उराँव

कार्तिक उराँव का जन्म गुमला जिला के करौंदा लिट्टाटोली में 29 Oct 1924 में हुआ। इसके पिता का नाम जबरा उरांव और माताजी का नाम बिरसी उरांव था। इनका जन्म कार्तिक महीने में होने के वजह से कार्तिक पडा। बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, पटना से इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद आगे की शिक्षा के लिए इंगलैंड गए। इंगलैंड में 1959 में दुनिया का सबसे बड़ा ऑटोमैटिक न्यूक्लियर पावर स्टेशन का प्रारूप बना कर ब्रिटिश सरकार को दिया। यह पॉवर स्टेशन आज हिंकले न्यूक्लियर पावर स्टेशन कहलाता है। पंडित नेहरू के आग्रह पर 1961 में 9 वर्ष के इंगलैंड प्रवास के बाद भारत लौटे। HEC मेंं सुपरिटेंडेंट कंस्ट्रक्शन डिजाइनर के पद में नियुक्त हुए जल्द ही वो HEC के डिप्टी चीफ इंजिनियर डिजाइनर बन गए।

कार्तिक उरांव और राजनीति

कांग्रेस की पार्टी की तरफ से लोहरदग्गा सीट से 1962 में चुनाव लड़ा मगर वो डेविड मुंजनि से चुनाव हार गए। 1967,1971 और1980 में तीन बार लोहरदग्गा से सांसद बने। 1971 के जीत के बाद ये संचार राज्य मंत्री बने और 1980 के जीत के बाद केंद्रीय पर्यटन और एवं नागरिक उड्डयन मंत्री बने। 1981 में संसद भवन के गैलेरी से गिरने के कारण गंभीर चोट लगने के वजह से 8 दिसंबर 1981 में मृत्यु हो गई। इसके मृत्यु के पश्चात 1981 में इसकी पत्नी सुमति उरांव लोहरदग्गा से सांसद बनी।

उपनाम

1. आदिवासियों का मसीहा

2. छोटानागपुर का काला हीरा

3. बाबा कार्तिक उरांव

4. Sole Hindu Tribal Chief

कार्तिक उरांव द्वारा किए गए विशेष कार्य

1. आदिवासियों के विकास और कल्याण के लिए “Tribal Sub Plan”और इसके अथक प्रयास के कारण Tribal Sub Plan सरकार द्वारा बनाया गया।

2. 1968 में आदिवासियों के कल्याण और विकास के लिए “अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद” की स्थापना की।

3. इसके ही प्रयास से 1968 में इंदिरा गांधी सरकार ने “भूमि वापसी अधिनियम बनाया”(भूदान आंदोलन के दौरान बहुत से आदिवासियों की जमीन कौड़ी के भाव से खरीदी गई थी उसे इस अधिनियम के तहत वापस दिलाया गया था।

4. बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के स्थापना में इसका बहुत योगदान रहा।

5. इसके ही प्रयास से पटना उच्च न्यायालय का अस्थाई खंडपीठ रांची में 1972 में बनाया गया । 1976 में राँची स्थाई खंडपीठ बना।

6. कार्तिक उरांव ने आदिवासियों का धर्मान्तरण का प्रखरता से विरोध किया। मिशनरी द्वारा अन्यायपूर्ण धर्मांतरण के खिलाफ उच्च न्यायालय में केस किया था। ये आदिवासियों को सनातन धर्म के अभिन्न अंग मानते थे। इसलिए इसे Sole Hindu Tribal Chief कहा गया।

7. SC/ST आरक्षण 26 जनवरी 1980 को खत्म होने वाली थी उस समय कार्तिक उरांव ने आवाज बुलंद किया और इस की अवधि बड़ाई गई।

कार्तिक उराँव के महत्वपूर्ण तथ्य

1. कार्तिक उरांव कॉलेज गुमला में अवस्थित है।

2. इसके सम्मान में राँची स्थित पिस्का मोड़ का नाम कार्तिक उरांव चौक कर दिया गया है।

Kartick Oraon

Kartick Oraon was born on 29 Oct 1924 in Karonda Littatoli of Gumla district. His father’s name was Jabra Oraon and mother’s name was Birsi Oraon. Due to his birth in the month of Kartik, it fell on Kartik. After completing his engineering degree from Bihar College of Engineering, Patna, he went to England for further education. In 1959, a prototype of the world’s largest automatic nuclear power station was made in England and given to the British government. This power station is today called Hinkley Nuclear Power Station. On the request of Pandit Nehru, he returned to India in 1961 after a 9-year stay in England. Appointed as Superintendent Construction Designer in HEC, he soon became the Deputy Chief Engineer Designer of HEC.

Kartik Oraon and politics

He contested elections from Lohardaga seat on behalf of Congress party in 1962 but he lost the election to David Munjani. Became MP from Lohardaga thrice in 1967, 1971 and 1980. After the victory of 1971, he became the Minister of State for Communications and after the victory of 1980, he became the Union Minister of Tourism and Civil Aviation. Died on 8 December 1981 due to serious injuries caused by falling from the gallery of Parliament House in 1981. After his death in 1981, his wife Sumati Oraon became MP from Lohardagga.

Nickname

1. Messiah of the Tribals

2. Black Diamond of Chhotanagpur

3. Baba Kartick Oraon

4. Sole Hindu Tribal Chief.

Special work done by Kartik Oraon

1. “Tribal Sub Plan” for the development and welfare of tribals and due to its tireless efforts Tribal Sub Plan was created by the government.

2. Established “All India Tribal Development Council” in 1968 for the welfare and development of tribals.

3. Due to this effort, Indira Gandhi government enacted the “Land Return Act” in 1968 (during the Bhoodan movement, the land of many tribals was purchased at throwaway prices and was returned under this Act).

4. It contributed a lot in the establishment of Birsa Agricultural University.

5. Due to his efforts, a temporary bench of Patna High Court was created in Ranchi in 1972. In 1976, Ranchi became a permanent bench.

6. Kartik Oraon vehemently opposed the conversion of tribals. A case was filed in the High Court against unjust conversion by the missionary. He considered tribals as an integral part of Sanatan Dharma. Therefore it was called Sole Hindu Tribal Chief.

7. SC/ST reservation was about to end on 26 January 1980, at that time Karthik Oraon raised his voice and its duration was extended.

Important Facts Of Kartick Oraon

1. Kartik Oraon College is located in Gumla.

2. In its honour, Piska Mor in Ranchi has been named Kartik Oraon Chowk.

FOR Kartik Oraon Biography Watch This Video

https://youtu.be/-6BxsnHuQ6g

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