Jharkhand Radio Station
झारखंड आकाशवाणी और दूरदर्शन
आकाशवाणी केंद्र (रेडियो सेवा)
झारखंड में पहला आकाशवाणी रेडियो स्टेशन की स्थापना 27 जुलाई 1957 में राँची में दूसरी पंचवर्षीय योजना के दौरान की गई। यह अविभाजित बिहार का पटना के बाद दूसरा रेडियो स्टेशन है। राँची रेडियो केंद्र से पहला आवाज़ किशोर शर्मा की आयी थी। पहला गीत प्रफुल्ल चंद्र ओझा ने प्रस्तुत किया था। पहली कहानी जगदीश त्रिगुणायत की “बज रही बाँसुरी” को प्रस्तुत की गई थी। 27 जुलाई 1975 को राँची आकाशवाणी रेडियो केंद्र से पहली बार प्रादेशिक समाचार का प्रसारण हुआ था।
राज्य में निम्न स्थानों में आकाशवाणी रेडियो केंद्रों की स्थापना की गई है:- बोकारो, चाईबासा, चतरा, देवघर, धनबाद, डाल्टेनगंज, घाटशिला, गढ़वा, गिरीडीह, गुमला, जमशेदपुर, हज़ारीबाग, राँची। इनमे से राँची में राँची आकाशवाणी रेडियो केंद्र उच्च शक्ति ट्रांसमिशन क्षमता से युक्त केंद्र है। बाकी जगहों पर निम्न शक्ति ट्रांसमिशन क्षमता वाले रेडियो केंद्र है। आकाशवाणी रेडियो कार्य मे गानों की फरमाइश में झुमरी तिलैया के लोगो का नाम अक्सर आने के वजह से रेडियो जगत मे झुमरी तिलैया काफी प्रसिद्ध हुआ था।
दूरदर्शन प्रणाली (टेलीविजन सेवा)
झारखंड में दूरदर्शन सेवा 25 सितंबर 1984 में छठी पंचवर्षीय योजना के दौरान शुरू की गई । 1983 में INSAT-1B उपग्रह को प्रक्षेपित कर राँची में दूरदर्शन केंद्र की स्थापना की गई। झारखंड में इसके अलावा दउच्च शक्ति ट्रांसमीटर केंद्र की स्थापना मेदिनीनगर में भी की गई। झारखंड में अभी 2 दूरदर्शन केंद्र स्थित है:- राँची और मेदिनीनगर में।
Note:- भारत मे दूरदर्शन की स्थापना 15 सितंबर 1959 में हुई थी। दूरदर्शन में रंगीन प्रसारण की शुरुआत 1982 से हुई थी। दूरदर्शन की अंतरराष्ट्रीय चैनल DD INDIA की शुरुआत 14 मार्च 1995 से की गई है।
झारखंड आकाशवाणी और दूरदर्शन Video
Sir kisi kisi notes ko protected q kar diya hai?uske liye koi charge lagega kya? Kaise access kar sakte hain un notes ko? Please reply sir…
सिर्फ geography subject protected है। Geography का paid class शुरू किया हूँ।
बाकी आप पढ़िए, note भी करते ले।