Ek Pathia Dongal Mahua
एक पथिया डोंगल महुआ
पुस्तक परिचय
यह संतोष कुमार महतो के द्वारा संकलित खोरठा कविताओं का संकलन है। इसे विभिन्न खोरठा विद्वानों के कविता को संकलित करके बनाया गया है। “डोंगल” का शाब्दिक अर्थ है चुन कर लाया गया अर्थात विभिन्न कवियों के कविता संग्रह से चुन कर लाया गया महुआ (यहां महुआ का काव्यात्मक अर्थ कविता है)। पथिया का शाब्दिक अर्थ है बांस की बनी छोटी टोकरी है जिसका काव्यात्मक अर्थ “पुस्तक” है। शीर्षक के लिए रूपक अलंकार का प्रयोग किया गया है। इस पुस्तक में कुल 47 कविताएं है। इस पुस्तक में सर्वाधिक 6 विश्वनाथ दासौंधी “राज” की कविताएं है उसके बाद संतोष कुमार महतो की 5।
प्रकाशन
प्रथम प्रकाशन: 1990 (रामधर प्रकाशन) प्रथम प्रकाशन मै कुल 41 कविताओं का संग्रह था।
द्वितीय प्रकाशन: 2005 (JSSC CGL के Syllabus में यही है)। द्वितीय प्रकाशन में 47 कविताओं का संग्रह है।
भूमिका लेखक: दयानंद बटोही
इस पुस्तक के प्रथम 10 कविता को JSSC CGL में सम्मिलित किया गया है जो निम्न है :-
1) हमनी सब एक/ लेखवइया:-श्रीनिवास पानुरी
2) आगू करब आपन देश/ श्री सुकुमार
3) जय जवान जय किसान:- श्री महेश गोलवार
4) आइझ एकाइ खोरठा :- श्री ए. के. झा
5) तबे हमें कवि नायं :- श्री ए. के. झा
6) महुआक भनिता – अतुल चंद्र मुखर्जी
7) रुसल भोला:- श्री सांतोष कु मार महतो
8) मेढ़ और मानुस – शिवनाथ प्रमाणिक
9) देसेक जुवान – संतोष कुमार महतो
10) ढेसा ढेसी छोड़ – पारसनाथ महतो
संतोष कुमार महतो जीवन परिचय
जन्म तिथि:- 2 सितंबर 1930
जन्मस्थान – गंगाजोरी (बोकारो)
पोढ़ा-लिखा – MA (Geography), 1957
पेशा – शिक्षक (DVC, Chandrapura)
सिरायेक तिथि (पुण्यतिथि) – 30 नवंबर 2013
बापेक नाम – तालो महतो
मायेक नाम – छुटमनी देवी
रचना –
1) एक मउनी फूल (कविता संग्रह)
2) एक पथिया डोंगल महुआ (कविता संग्रह)
सम्मान:- श्रीनिवास पानूरी स्मृति सम्मान (1992)
खोरठा लोकगीत Sung by Mr Om Kumar Ravi (Chatra)
एक पथिया डोंगल महुआ